चकाई मोड़, जयप्रकाश चौक, चकाई बाजार, बासुकीटांड़, बामदह, सरौन, कियाजोरी तथा विराजपुर बाजार की अधिकांश दुकानें पूरी तरह बंद रही. बंदी के कारण वाहनों के परिचालन पर भी असर देखा गया. सड़कों पर इक्का दुक्का छोटे वाहन को छोड़ कर अन्य वाहन नहीं चले. हालांकि इसे ले कर स्थानीय पुलिस लगातार गश्ती करते नजर आ रही थी. इस संबंध में चकाई थानाध्यक्ष उपेंद्र यादव ने बाताया कि बंदी के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था की पुरी तैयारी की गयी है.
पुलिस संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त कर रही है. समाचार प्रेषण तक कहीं से भी कोई अप्रिय घटना का समाचार नहीं मिला है. खैरा प्रतिनिधि के अनुसार पुलिस मुठभेड़ में मारी गयी नक्सली सरिता मुमरू की मौत के विरोध में भाकपा माओवादी नक्सली संगठन द्वारा आहूत दो दिवसीय बिहार-झारंखड बंदी के प्रथम दिन प्रखंड के दक्षिण इलाके में बंदी का व्यापक असर देखा गया. प्रखंड के दक्षिण इलाके के नक्सल प्रभावित गरही, चननबर, रोपाबेल, बजराही, दरिमा, कुरवाटांड़ आदि जगाहें पर दुकानें बंदी रही. इस दौरान सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. हालांकि इस ले कर पुलिस गश्ती में तेजी देखी गयी.