समारोह में मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए विधायक श्री पासवान ने कहा कि कुंडघाट का कार्यारंभ सिंचाई मंत्री विजय चौधरी के हाथों होना था. लेकिन आपदा प्रभावित लोगों को सहायता पहुंचाने के लिए मंत्री विजय चौधरी को अचानक रक्सौल चले जाने के कारण यह कार्य मुङो करना पड़ रहा है. उन्होंने कुंडघाट जलाशय योजना को सिकंदरा के किसानों के लिए वरदान बताते हुए कहा कि कुंडघाट डैम बन जाने के बाद यहां के किसान अपनी मेहनत से धरती का सीना चीर कर सोना उगायेंगे और अब उन्हें जीवनयापन के लिए दिल्ली,पंजाब और गुजरात जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
उन्होंने किया कि 1952 में तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री कृष्ण बाबू खटोली पर सवार होकर कुंडघाट आये थे और बीयर का उद्घाटन किया था. वर्ष 1969 में मैं जब पहली बार विधानसभा पहुंचने के बाद वर्ष 1970 में मंत्री बनते ही कुंडघाट में बीयर की जगह डैम बनाने को सोचा था. इसके तहत वर्ष 1972 में इसका सर्वे कार्य प्रारंभ करवाया गया . इसके उपरांत वर्ष 2008 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका शिलान्यास किया था. विधायक श्री पीसवान ने कहा कि मैं अपने आप में गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि 1970 में मैंने जिस योजना का सपना देखा था आज उस योजना का कार्यारंभ अपने हाथों से कर रहा हूं. इस दौरान क्षेत्र के चमारी महतो, पूर्व मुखिया मनोज सिंह, राजकुमार मंडल, अनिल राय, सिंचाई विभाग के कनीय अभियंता नागेंद्र प्रसाद, भोला खां, अंबिका यादव, ब्रजेश कुमार समेत दर्जनों लोग मौजूद थे.