सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष विजय कुमार यादुवेंदु व एसआइ सुदर्शन प्रसाद यादव पुलिस बल के साथ जाम स्थल पर पहुंचे. थानाध्यक्ष ने जमुई अस्पताल प्रशासन से बात कर बच्ची के संदर्भ में जानकारी प्राप्त किया. घायल बच्ची के जीवित रहने व इलाज किये जाने की सूचना पर जाम कर रहे लोग शांत हुए.
उन लोगों ने आवासीय क्षेत्र से जैसे-तैसे 11000 पावर के विद्युत तार को गिर जाने पर भी अपना विरोध जता रहे थे. थानाध्यक्ष द्वारा खराब तार की मरम्मती के आश्वासन दिये जाने के बाद अवरोधक हटाये गये और यातायात सुचारू हो सका. बताते चलें कि सोनो निवासी शंकर मांझी की आठ वर्षीय पुत्री प्रियंका तब हाई टेंशन टूटे तार के चपेट आ कर गंभीर रूप से जख्मी हो गयी. तब वह शौच के लिये खेत में गयी थी. जजर्र विद्युत तार के टूटने की घटना एक दो वर्षो में काफी बढ़ने से आम लोग चिंतित है. विदित हो कि पिछले वर्ष जनवरी माह में चंद्रा गांव में भी ऐसे ही एक हादसे से छह मासूम बच्चों की टूटे विद्युत तार के चपेट में आ कर घटना स्थल पर ही दम तोड़ दिया था.