ऐसे में बिना ठहराव वाले ट्रेनों के चपेट में आने का खतरा बना रहता है. हालांकि करीब तीन साल पूर्व इसी दिशा में ऊपरी पुल निर्मित था, जिसे नवनिर्माण में हटा कर पश्चिमी दिशा में नये सिरे से बनाया गया है. उस समय स्थानीय लोगों के विरोध के बाद वहां नये ट्रैक के निर्माण के बाद ओवरब्रिज निर्माण का आश्वासन मिला था. ट्रैक का निर्माण हो चुका है. मगर अभी तक दूसरे पैदल पुल का निर्माण नहीं कराया गया. इससे यात्रियों को परेशानी हो रही है.
कजरा विकास समिति के सचिव मुन्नीलाल मंडल, कांता किशोर गुप्ता ने ग्रामीणों का हस्ताक्षरयुक्त आवेदन रेल प्रबंधक को सौंपते हुए उक्त समस्या को अविलंब दुरुस्त करने की मांग की थी. परंतु वर्षो बाद भी उक्त समस्या का समाधान नहीं हो सका. समिति के सचिव श्री मंडल ने बताया कि तत्कालीन डीआरएम रवींद्र नाथ गुप्ता ने विभाग में राशि का अभाव बता कर ऊपरी पैदल पुल निर्माण में व्यवधान बताया था. राशि की उपलब्धता के बाद निर्माण कार्य कराये जाने की आश्वासन दिया था, परंतु अभी तक निर्माण कार्य लंबित पड़ा है.