जमुई : राज्य के पूर्व समाज कल्याण मंत्री दामोदर रावत ने कहा कि सीबीआई ने मुजफ्फरपुर बालिका कांड में उनसे कोई पूछताछ नहीं की है. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर वह ऐसे अखबारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने पर विचार करेंगे. मालूम हो कि कुछ प्रमुख अखबारों (प्रभात खबर नहीं) ने खबर छापी थी कि रविवार को सीबीआई ने रावत से पांच घंटे तक पूछताछ की. पूर्व मंत्री रावत ने सोमवार को यहां आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पता नहीं कुछ अखबारों ने मुझसे सीबीआई पूछताछ की गलत खबर क्यों छाप दी.
उन्होंने इस कांड को लेकर लग रहे आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि इस मामले में मेरा और मेरे पुत्र का नाम घसीटकर मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. इस बाबत उन्होंने प्रेस बयान जारी किया. बयान में उन्होंने कहा है कि कुछ अखबारों के साथ-साथ विभिन्न चैनलों में यह समाचार प्रकाशित-प्रसारित हुआ कि मुजफ्फरपुर कांड में मेरी संलिप्तता है. खबरों में कहा गया है कि इस कांड के सिलसिले में मुझसे पांच घंटे तक पूछताछ की
सीबीआई ने नहीं…
गयी. यह बिल्कुल ही असत्य, निराधार और बेबुनियाद है. उन्होंने कहा कि मैं पिछले एक सप्ताह से लगातार अपने गृह क्षेत्र गिद्धौर में रहकर जिले भर में आयोजित सार्वजनिक समारोह और कार्यक्रमों में भाग ले रहा हूं. यह महज कुछ अखबार और मीडिया चैनलों की ओर से मेरी छवि को धूमिल करने की कोशिश है. मुझे बदनाम करने की साजिश है.
कहा, कुछ अखबारों ने छाप दी आधारहीन खबर
ब्रजेश के साथ मेरा या मेरे बेटे का नहीं है कोई संबंध
मुझे बदनाम करने की हो रही साजिश
जरूरत पड़ी तो जांच में पूरा सहयोग करूंगा
पूर्व मंत्री ने यह भी कहा कि बिहार में कानून का राज है और जरूरत पड़ी तो सीबीआई जांच में मैं पूरी तरह से सहयोग भी करूंगा. रावत ने यह भी बताया कि मैं वर्ष 2008 से 2010 तक समाज कल्याण विभाग में मंत्री था. इस दौरान मैं महज एक बार ही मुजफ्फरपुर गया था. इसके अलावा मैं मुजफ्फरपुर कभी गया ही नहीं. उन्होंने ब्रजेश ठाकुर के साथ अपने और अपने पुत्र के किसी भी तरह के संबंध होने से पूरी तरह
जरूरत पड़ी तो…
से इन्कार किया. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मेरे पुत्र को पार्टी से निकालने या अनुशासनात्मक कार्रवाई किये जाने संबंधित कोई पत्र भी अब तक प्राप्त नहीं हुआ है. ऐसे में बेवजह इस तरीके की चीजें प्रसारित कर मुझे बदनाम किया जा रहा है.