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सिकंदरा-शेखपुरा मुख्य मार्ग पर दर्दनाक हादसा: … और जब अपशगुन मान 24 घंटे पड़ी रही बच्ची

कार व हाइवा की टक्कर में छह की मौत, जिंदा बची नवजात बच्चीसभी मृतक लखीसराय जिले के हलसी थाना क्षेत्र के रहनेवाले थे सिकंदरा(जमुई) : एनएच 333ए स्थित सिकंदरा-शेखपुरा मुख्य मार्ग पर विगत गुरुवार की रात सिकंदरा थाना क्षेत्र के लहिला गांव के समीप कार और हाइवा की टक्कर में कार पर सवार छह लोगों […]

कार व हाइवा की टक्कर में छह की मौत, जिंदा बची नवजात बच्ची
सभी मृतक लखीसराय जिले के हलसी थाना क्षेत्र के रहनेवाले थे

सिकंदरा(जमुई) : एनएच 333ए स्थित सिकंदरा-शेखपुरा मुख्य मार्ग पर विगत गुरुवार की रात सिकंदरा थाना क्षेत्र के लहिला गांव के समीप कार और हाइवा की टक्कर में कार पर सवार छह लोगों की मौत मौके पर हो गयी. पांच मृतक सीमावर्ती हलसी थाना क्षेत्र के तरहारी गांव के निवासी थे. जबकि एक मृतक पड़ोस के गांव गौरा की रहने वाली आशा कार्यकर्ता थी. जानकारी के अनुसार सभी लोग प्रसव के बाद एक नवजात शिशु का इलाज कराने सिकंदरा अस्पताल आ रहे थे कि लहिला गांव के पास सभी सड़क दुर्घटना का शिकार हो गये. प्राप्त जानकारी के अनुसार हलसी थाना क्षेत्र के तरहारी गांव निवासी निवास पांडेय की पुत्री अर्चना कुमारी ने गुरुवार की रात एक बच्ची को जन्म दिया. बच्ची के जन्म के बाद निवास पांडेय ने गांव के ही बिपुल सिंह को इलाज के लिये कार से सिकंदरा अस्पताल ले चलने का आग्रह किया. हालांकि बिपुल सिंह ने पहले तो नींद आने की बात कह कर सिकंदरा जाने से इंकार कर दिया, लेकिन नवजात शिशु के इलाज के नाम पर आखिरकार वह सिकंदरा जाने के लिए तैयार हो गये.

शिशु के जन्म के बाद जच्चा-बच्चा को इलाज के लिये सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरा लाये जाने को लेकर मरीज अर्चना कुमारी के साथ उसके पिता निवास पांडेय, मां सावित्री देवी, पड़ोसी सीमा देवी व गौरा गांव निवासी आशा कार्यकर्ता अंजना देवी भी साथ कार पर सवार हो गये. सिकंदरा से एक किलोमीटर पूर्व लहिला गांव के समीप कार सड़क किनारे खड़ी हाइवा से टकरा गयी. इस हादसा में कार का परखच्चा उड़ गया साथ ही उसपर सवार सभी छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी. घटना की जानकारी पाते ही पुलिस वहां पहुंच कर हाइवा के पिछले हिस्से में फंसी कार को अलग किया उसके बाद कार में फंसे सभी छह लोगों के शव को निकालने का प्रयास जारी हुआ. इसी दौरान पुलिस की नजर मां की गोद में जीवित नवजात शिशु पर पड़ी. जिसके बाद नवजात को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. जहां नवजात बच्ची का उपचार किया गया. हालांकि शुक्रवार की शाम तक नवजात बच्ची के कोई भी परिजन उसकी सुधि लेने अस्पताल नहीं पहुंचे थे. इधर पुलिस ने सभी छह शवों को पोस्टमार्टम करवाकर शव उसके परिजन को सौंप दिया.

… और जब अपशगुन मान 24 घंटे पड़ी रही बच्ची

सिकंदरा: जब एनएच 333ए पर थाना क्षेत्र के लहिला गांव के समीप हुए भीषण सड़क हादसे में कार सवार सभी 6 लोगों की मौत हो गयी, जबकि मां की गोद में पड़े अबोध नवजात को खरोंच तक भी नहीं आयी. शुक्रवार की सुबह जिसने भी इस घटना के बारे में सुना उसके मुंह से बरबस एक ही बात निकल रही थी. जाको राखे साइयां… लेकिन इसके बाद बच्ची 24 घंटे से अधिक समय पर अस्पताल में पड़ी रही. कहा जा रहा है कि बच्ची का नार कटवाने अस्पताल जा रहे थे सभी, कि हादसा हो गया. इसके बाद बच्ची के जिंदा होने की सूचना पर कुछ परिजन इस बच्ची को अपसगुन मानने लगे और वहीं छोड़ दिये. सामाजिक व प्रशासनिक दबाव के बाद शुक्रवार की शाम बच्ची के चाचा-चाची उसे अपने साथ ले गये. गौरतलब है कि बीते गुरुवार की रात नवजात शिशु के जन्म के बाद जच्चा बच्चा को स्विफ्ट डिजायर से इलाज के लिये तरहारी से सिकंदरा लाया जा रहा था. तरहारी से सिकंदरा आने के क्रम में लहिला गांव के समीप स्विफ्ट डिजायर सड़क पर खड़े एक हाइवा से टकरा गयी. हादसे में कार पर सवार सभी 6 लोगों की मौत हो गयी. घटना के बाद कार से शवों को बाहर निकालने के क्रम में पुलिस की नजर मां की गोद में जीवित बचे नवजात शिशु पर पड़ी. जिसके तुरंत बाद उसे अस्पताल लाया गया. जहां उसे देखने वालों की भीड़ लग गयी. हादसे में मां को खो चुकी नवजात बच्ची को अस्पताल में एक नव प्रसूति महिला ने अपना दूध पिला कर जीवनदान दिया.

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