नये एसपी के जमुई आगमन ने लगायी ट्रैक्टरों के पहियों में ब्रेक
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बंद हुआ रात में बालू लदे ट्रैक्टरों की आवाजाही का कोलाहल
नये एसपी के जमुई आगमन ने लगायी ट्रैक्टरों के पहियों में ब्रेक रात्रि में परेशानी महसूस कर रहे शहरवासियों ने ली चैन की सांस जमुई : जिले के नये पुलिस अधीक्षक के रूप में जगुनाथ रेड्डी जला रेड्डी के पदभार ग्रहण करते ही शहर में उसका असर दिखने लगा है. फलस्वरूप बीते गुरुवार रात शहर […]
रात्रि में परेशानी महसूस कर रहे शहरवासियों ने ली चैन की सांस
जमुई : जिले के नये पुलिस अधीक्षक के रूप में जगुनाथ रेड्डी जला रेड्डी के पदभार ग्रहण करते ही शहर में उसका असर दिखने लगा है. फलस्वरूप बीते गुरुवार रात शहर में अवैध तरीके से बालू उत्खनन और परिवहन में लगे ट्रैक्टर वाहन का कोलाहल पूरी तरह से बंद हो गया.
इधर रात्रि में बेललगाम ढ़ंग से परिचालन कर रहे ट्रैक्टर वाहन के नहीं चलने से शहरवासियों ने चैन की सांस ली है. शहर के लोगों की मानें तो नए एसपी के कार्यकलाप से अवैध धंधों पर लगाम लगना संभव हो सकेगा.
जिसमें बालू और शराब का अवैध व्यवसाय करने वाले तस्करों के मंशा को रोका जा सकेगा. बताते चलें कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशानुसार सूबे में पूरी तहर से खनिज संपदाओं के खनन पर रोक लगा हुआ है. परंतु इसके बावजूद भी शहर में रात होते ही ट्रैक्टर का शोर सुनाई देने लगता था. शहर के हर गली-मुहल्ले में कोलाहल मचाते बालू लदा ट्रैक्टर वाहन से शहरवासियों की नींद हराम हो जा रहा था. परेशान शहरवासियों को इसे लेकर कोई निदान नहीं दिख रहा था. लेकिन गुरुवार को नये एसपी के पदभार ग्रहण करते ही रात में लोगों ने चैन की सांस ली है.
लोगों का आरोप था कि पुलिस की मिली-भगत से रात के अंधेरे में चमकती रेत का धंधा किया जाता रहा है. पर एसपी जे रेड्डी के पदभार लेते ही ऐसे ट्रैक्टर के पहियों पर अचानक ब्रेक लग गया है. पूरी रात ट्रैक्टर की आवाज से गूंजने वाली शहर की गलियों में अचानक सन्नाटा पसर गया है. पर इस सन्नाटे में शहर वासियों को आने वाले दिनों में शहर में कानून-व्यवस्था के मजबूत होने के आसार नजर आने लगे हैं. आब देखना यह है कि रेत माफियाओं के चेहरे पर खौफ की यह लकीरें कबतक कायम रहती हैं और कब तक शहरवासी चैन महसूस कर पाते हैं. बताते चलें कि जिले के वर्तमान एसपी जगुनाथ रेड्डी जला रेड्डी की छवि काफी अलग और ईमानदार मानी जाती है. पुलिसिया गलियारे में लोग इन्हें मिनी मनु महाराज के नाम से भी जानते हैं. और यही वजह है कि मिनी मनु महाराज के जमुई आते ही शहर में अवैध रूप से संचालित हो रहे धंधे पर ब्रेक लगने की झलक दिखने लगा है.
अवैध बालू उठाव चंद लोगों के लिए लाभदायक
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशानुसार सूबे में खनिज संपदा के खनन पर रोक लगाने के बाद बालू माफिया ही मालोमाल हुए हैं. आमलोगों को अपनी आवश्यकता की पूर्ति में आर्थिक शोषण का ही शिकार बनना पड़ा है. एक हजार से बारह सो में मिलने वाला सौ सीएफटी बालू वर्तमान में ढ़ाई से तीन हजार तक में लोगों को उपलब्ध हो पा रहा है. रात में बालू उपलब्ध होने के कारण वाहन चालक के घाममेल का भी शिकार आमलोगों को ही होना पड़ता है. जबकि सरकार भी काफी राजस्व का नुकसान उठना पड़ा है.
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