जमुई : हाड़ कंपाती ठंड से परेशान जिले वासियों के लिए प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था की जाती है ताकि लोगों को ठंड से राहत मिल सके पर जिले में अलाव की व्यवस्था पूरी तरह से नहीं की गयी है. प्रशासन द्वारा नगर परिषद जमुई, खैरा, बरहट, सिकंदरा सोनो, झाझा सहित कई प्रखंडों में कागजों पर दर्जनों अलाव की व्यवस्था हो चुका है. पर धरातल पर सच्चाई की बात करें तो यही कहा जा सकता है कि कागज पर जलते रहे अलाव, ठिठुरते रहे लोग. प्रशासन से सहयोग नहीं मिला और ठंड से नहीं मिली निजात.
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कोल्ड डे के बाद कोल्ड वेव बरपा रहा कहर
जमुई : हाड़ कंपाती ठंड से परेशान जिले वासियों के लिए प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था की जाती है ताकि लोगों को ठंड से राहत मिल सके पर जिले में अलाव की व्यवस्था पूरी तरह से नहीं की गयी है. प्रशासन द्वारा नगर परिषद जमुई, खैरा, बरहट, सिकंदरा सोनो, झाझा सहित कई प्रखंडों में कागजों […]
प्रशासनिक दावा फेल
जमुई में नगर परिषद द्वारा कई जगह पर अलाव की व्यवस्था का दावा किया जा रहा है. पर धरातल पर यह दिखाई नहीं दे रहा है. इस कारण लोग ठंड से ठिठुरने को मजबूर हैं. खासकर गरीबों के लिए काफी परेशानी हो रही है. रिक्शेवाले, मजदूर सहित अन्य लोग ठंड से इस कदर परेशान हैं कि जो जहां है वही सिकुड़ा हुआ है. जिले में प्रति प्रखंड पांच हजार के हिसाब से सभी प्रखंडों को राशि का आवंटन किया गया है. इससे पूरी ठंड के दौरान अलाव की व्यवस्था होनी है. परंतु ऐसा होता है दिखाई नहीं दे रहा है.
नगर परिषद में नहीं दिख रही कोई व्यवस्था
प्रशासनिक दावे के अनुसार जमुई नगर परिषद क्षेत्र में कुछ दिनों पूर्व ही आलाव की व्यवस्था कर दी गयी है, ताकि लोगों को ठंड से राहत मिल सके. पर धरातल पर राहत नहीं मिल रही है. इससे लोगों को काफी परेशानी है. अलाव की आशा में लोग बीमार हो रहे हैं वही ठंड से लोग दम तोड़ने को मजबूर हो गए हैं.
आगे नहीं आ रहा सामाजिक संगठन
नगर सहित जिले में सैकड़ों सामाजिक संगठन है जो लगातार लोगों के हित में काम करने का दावा करते हैं. भाषणों से ही कागजों में ऐसे संगठन समाज के लिए काफी काम करते दिखते हैं. खासकर गरीबों के लिए सामाजिक संगठन अपनी पूरी ताकत लगाने की बात करते हैं. ठंड से गरीबों के बचाव के लिए कोई भी संगठन जिले में अभी तक आगे नहीं आया है और अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. स्वयंसेवी संगठनों द्वारा समाज हित में कार्य करने की भी पोल खुल गयी है.
बता दें कि हाड़ कंपा देने वाली ठंड के कारण अभी तक जिले में दो लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है. जिसमें गिद्धौर में ठंड लगने से इलाज के अभाव में एक महिला की मौत हुई है और सिकंदरा में एक गैराज मैकेनिक की मौत ठंड के कारण हो चुकी है.
कोहरा बनने लगी है आफत
दिसंबर के पहले सप्ताह से ही कोहरे का कहर अब धीरे-धीरे कई जगहों पर दिखने लगा है. कोहरे की वजह से कई जगह सड़क हादसे भी होते हैं, ऐसे लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है. सड़क पर वाहन चलाते समय गति सीमा नियंत्रण के अलावा लाइट का प्रयोग करना चाहिए. इसके अलावा रास्ता नहीं देखने पर डिपर का प्रयोग जरुर करें. जिला प्रशासन को सभी मुख्य मार्ग पर सफेद पट्टी बनाने की आवश्यकता है. सफेद लाइन वाहन चालकों की मदद करती है. इसके अलावा जमुई-मलयपुर मार्ग, जमुई-खैरा मार्ग, जमुई-सिकंदरा मार्ग, जमुई-झाझा मार्ग पर कहीं भी सफेद पट्टी नहीं देखा जाता.
घर से निकलना मुश्किल
बाजार से आने के क्रम में इस हाड़ कंपाती ठंड में अलाव की व्यवस्था नहीं रहने के कारण काफी कठिनाई हो रही है अगर अलाव रहता तो बाजार से घर आने मैं रुक कर अगर थोड़ा हाथ सेकने से कुछ राहत मिलती थी परंतु अलाव की व्यवस्था नही रहने से इस ठंड मे घर से निकलना मुश्किल हो गया है. जिस कारण हम वृद्धों को इस मौसम में काफी तकलीफ हो रहा है.
हो रही है काफी परेशानी
जमुई जिला बीते बुधवार को सबसे सर्द जिले के रूप में देखा गया है सूबे के सबसे सर्द जिला होने के बावजूद भी सरकार द्वारा चौक चौराहे पर अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं किये जाने से आते जाते लोगों को काफी परेशानियां हो रही है खासकर के वृद्धावस्था में जो व्यक्ति बाजार जाते है उन्हें काफी परेशानी हो रही है इस और जिला प्रशासन को ध्यान देना चाहिये.
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