Advertisement
शिक्षा विभाग ने कुचायकोट के बीडीओ से तलब किया रेकॉर्ड
गोपालगंज : कुचायकोट में शिक्षक नियोजन को लेकर नियोजन इकाई और शिक्षा विभाग आमने-सामने आ गये हैं. शिक्षा विभाग कुचायकोट में किये जा रहे नियोजन को अवैध मान रहा है. डीइओ ने कुचायकोट के बीडीओ को पत्र लिख कर शिक्षक नियोजन की जांच कर रहे निगरानी कोषांग को नियोजन से जुड़े सभी मूल अभिलेख उपलब्ध […]
गोपालगंज : कुचायकोट में शिक्षक नियोजन को लेकर नियोजन इकाई और शिक्षा विभाग आमने-सामने आ गये हैं. शिक्षा विभाग कुचायकोट में किये जा रहे नियोजन को अवैध मान रहा है. डीइओ ने कुचायकोट के बीडीओ को पत्र लिख कर शिक्षक नियोजन की जांच कर रहे निगरानी कोषांग को नियोजन से जुड़े सभी मूल अभिलेख उपलब्ध कराने का आदेश दिया है.
दो दिनों के भीतर अभिलेख उपलब्ध नहीं कराने पर विभागीय कार्रवाई के लिए अनुशंसा करने की बात कही गयी है. विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि वर्ष 2008 के शिक्षक नयोजन की प्रक्रिया को पूर्ण करने का निर्ऐश दिया था तो वर्ष 2012 के शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया भी पूर्ण की गयी है. ऐसे में काउंसेलिंग पंजी, काउंसेलिंग में उपस्थित अभ्यर्थियों की मेधा सूची, चयनित अभ्यर्थियों की सूची, कार्रवाई पंजी, प्रतीक्षा सूची का मूल रिकॉर्ड डीइओ कार्यालय को उपलब्ध कराने को कहा गया है.
बीइओ ने जबरन हस्ताक्षर कराने का लगाया आरोप : कुचायकोट के बीइओ हरेंद्र दुबे ने डीइओ को सूचित किया है कि 2008 की नियोजन प्रक्रिया में अनियमितता बरती गयी है. बीडीओ के द्वारा लंबीत शिक्षक नियोजन के अवशेष 54 पदों पर मनमाने और गलत ढंग से बीडीओ के द्वारा नियोजन करने के लिए बीइओ का जबरन हस्ताक्षर का प्रयास किया गया. नहीं करने पर नियोजन करने की तैयारी की गयी है. डीइओ ने यह भी आरोप लगाया है कि नियोजन में गड़बड़ी की गयी है, जिसमें निगरानी कोषांग को अभिलेख उपलब्ध नहीं कराया गया है.
कैसे उड़ रहा नियोजन का मखौल
वर्ष 2008 में कुचायकोट में 207 सीटों पर शिक्षकों का नियोजन करना था. समय पर मेधा सूची का प्रकाशन नहीं होने के कारण नियोजन अधर में लटक गया है. बाद में 2012 में हाइकोर्ट ने अपीलीय प्राधिकार को निर्णय देने का आदेश दिया. अपीलीय प्राधिकार ने वर्ष 2013 में डीइओ की मौजूदगी में काउंसेलिंग कराने का निर्देश दिया. प्राधिकार के आदेश पर 28 सितंबर, 2014 को तत्कालीन बीडीओ मनोज कुमार पड़ित, बीइओ मीरा कुमारी, ब्लॉक प्रमुख सुशीला देवी ने 125 अभ्यर्थियों काे नियोजन पत्र दिया. बाकी अभ्यर्थी अपना मूल प्रमाणपत्र नहीं दे सके. इससे उनका नियोजन नहीं हो सका. इस बीच बीडीओ का तबादला हो गया. बीडीओ दृष्टी पाठक ने जांच के बाद 30 मार्च, 2015 को 30 शिक्षकों को फिर नियोजन पत्र दिये.
शेष सीटों पर नियोजन नहीं हो सका. इस बीच नियोजन के एक सप्ताह बाद बरनैया से चिंतु कुमारी ने इस्तीफा दे दिया, जबकि जून 2015 में तुला छापर मध्य विद्यालय में तैनात शिक्षक फकरे आलम की मौत हो गयी, जिससे कुचायकोट की कुल 54 सीटें रिक्त हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement