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सील िकया जायेगा नर्सिंग होम

कार्रवाई. बैकुंठपुर थाने में तीन डॉक्टर समेत सात पर एफआइआर दर्ज बैकुंठपुर : दिघवा-दुबौली स्थित आरके अारथो केयर नर्सिंग होम में ऑपरेशन के लिए इंजेक्शन देने के बाद जच्चा-बच्चा की जान गयी थी. सुरक्षित डिलेवरी कराने के नाम पर परिजनों से ऑपरेशन के पहले 16 हजार रुपये लिये गये थे. ऑपरेशन के लिए भरती करने […]

कार्रवाई. बैकुंठपुर थाने में तीन डॉक्टर समेत सात पर एफआइआर दर्ज

बैकुंठपुर : दिघवा-दुबौली स्थित आरके अारथो केयर नर्सिंग होम में ऑपरेशन के लिए इंजेक्शन देने के बाद जच्चा-बच्चा की जान गयी थी. सुरक्षित डिलेवरी कराने के नाम पर परिजनों से ऑपरेशन के पहले 16 हजार रुपये लिये गये थे. ऑपरेशन के लिए भरती करने के बाद डॉक्टर के बदले महिला स्वास्थ्यकर्मी ने बेहोशी का इंजेक्शन दिया था. परिजनों के मुताबिक इंजेक्शन देने के आधा घंटा बाद अस्पताल छोड़ कर डॉक्टर व कर्मी बिना कुछ बताये ही भाग निकले थे. जच्चा-बच्चा की मौत के बाद मृतका मंजू देवी के पति हरिकिशोर राम के बयान पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है. दर्ज प्राथमिकी में डाॅ अनिल कुमार सिंह, डाॅ रवीश रंजन व डाॅ डीके चौधरी सहित सात लोगों को नामजद किया गया है. घटना के बाद से सभी आरोपित फरार हैं. पुलिस ने इनकी तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है.
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से अवैध नर्सिंग होम में पहुंचानेवाले पीएचसी के कर्मियों की पहचान पुलिस ने कर ली है. परिजनों ने पीएचसी में काम करनेवाले सुनील व रंजीत के अलावा एक महिला स्वास्थ्यकर्मी को बताया है, जिन्होंने सुरक्षित डिलेवरी कराने के नाम पर मोटी रकम भी ली थी. हालांकि घटना के बाद से ये सभी कर्मी भी फरार हैं. आरके अारथो केयर नर्सिंग होम में जिन तीन डॉक्टरों के नाम बोर्ड पर अंकित किये गये हैं, वे सभी बैकुंठपुर पीएचसी के हैं. उन पर जच्चा-बच्चा मौत के पीछे आरोप लगा एफआइआर दर्ज करायी गयी है. बताया जा रहा है कि डॉ रवीश रंजन कई माह से थावे पीएचसी में प्रतिनियुक्त हैं. वहीं दूसरे डॉक्टर डीके चौधरी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रेवतीथ में हैं. डॉक्टर भी इस मामले में अनजान हैं. जिला पार्षद रवि रंजन उर्फ विजय बहादुर यादव ने पीड़ित परिजनों को मुआवजा देने की मांग की है. जिला पार्षद ने प्रशासन से बैकुंठुपर में अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम को सील कर कार्रवाई करने की मांग की है. जिप सदस्य ने कहा कि आये दिन झोला छाप डॉक्टरों के यहां मरीजों की मौत हो गयी है.
क्या है पूरा मामला
बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के टेढुंआ गांव निवासी हरिकिशोर राम की पत्नी मंजू देवी को प्रसव पीड़ा होने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भरती कराया गया था. पीएचसी के डॉक्टरों ने महिला की स्थिति गंभीर देख बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया. रास्ते में पीएचसी के कर्मियों ने परिजनों को रोक दिया और दिघवा-दुबौली के ब्लॉक रोड स्थित आरके अारथो केयर नर्सिंग होम में भरती करा दिया, जहां प्रसव के लिए ऑपरेशन करने के क्रम में रविवार को जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गयी.
सूई देने के बाद जच्चा-बच्चा की गयी जान
नर्सिंग होम पर चौकीदार की तैनाती जच्चा-बच्चा के मौत मामले की जांच कर रहे बैकुंठपुर के इंस्पेक्टर संजय कुमार ने कहा कि विभागीय आदेश मिल चुका है. मकान मालिक की मौजूदगी में नर्सिंग होम को सील किया जायेगा. नर्सिंग होम से किसी तरह का कागजात या सामान बाहर न निकाली जाये, इसके लिए चौकीदार को वहां तैनात किया गया है.
हो रही कार्रवाई : सीएस
सिविल सर्जन डॉ मधेश्वर प्रसाद शर्मा ने जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में कहा कि स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई कर रहा है. नर्सिंग होम को सील किया जायेगा. सीएस ने कहा कि नर्सिंग होम का रजिस्ट्रेशन नहीं था. लैब टेक्नीशियन के द्वारा नर्सिंग होम चलाया जा रहा था.

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