डुमरिया घाट सेतु. लगातार जाम रहने से जर्जर पुल के ध्वस्त होने की आशंका
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निर्माण कंपनी ने शुरू किया काम
डुमरिया घाट सेतु. लगातार जाम रहने से जर्जर पुल के ध्वस्त होने की आशंका डुमरिया पुल पर सोमवार को सामान्य परिचालन. जर्जर हो चुका डुमरिया सेतु ट्रकों के पुल पर चढ़ते हीं कांप रहा है. लगातार रह रहे जाम से जर्जर पुल कब ध्वस्त हो जायेगा, कहना मुश्किल है. हादसे का भय हर आने जानेवालों […]
डुमरिया पुल पर सोमवार को सामान्य परिचालन.
जर्जर हो चुका डुमरिया सेतु ट्रकों के पुल पर चढ़ते हीं कांप रहा है. लगातार रह रहे जाम से जर्जर पुल कब ध्वस्त हो जायेगा, कहना मुश्किल है. हादसे का भय हर आने जानेवालों में है. देर शाम निर्माण कंपनी ने काम शुरू कर दिया है.
गोपालगंज : महाजाम को लेकर मची हाय-तोबा और प्रशासन की सख्ती के बाद सोमवार की देर शाम डुमरिया सेतु पर जीर्णोद्धार कार्य शुरू कर दिया गया. गौरतलब है कि विगत चार माह पूर्व सेतु का जीर्णोद्धार कार्य शुरू किया गया. बीच में ही काम छोड़ कर कंपनी फरार हो गयी थी. रविवार को प्रशासन ने न सिर्फ जाम से निबटने की रणनीति बनायी, बल्कि निर्माण कंपनी को भी सख्त निर्देश दिया. मजदूरों ने सोमवार की देर शाम काम शुरू कर दिया है. जाम से निबटने के लिए यहां तैनात पुलिस पदाधिकारी और मजिस्ट्रेट मॉनीटरिंग कर रहे हैं.
प्रशासन की सख्ती के बाद पहुंची निर्माण कंपनी : महम्म्दपुर. गंडक नदी पर बना डुमरिया सेतु वर्तमान में खंडहर बन चुका है. पुल पर सैकड़ों गाड़ियां खड़ी हैं. गाड़ियों के आगे बढ़ते ही स्विंग करते पुल का भय सबको सता रहा है. यूं कहा जाय तो जर्जर अवस्था में पहुंच चुका यह सेतु कांप रहा है. कब बड़ा हादसा हो जायेगा, कहना मुश्किल है. जर्जर सेतु के निर्माण के लिए सीइ इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी को जिम्मेवारी मिली. चंद दिन काम कराने के बाद कंपनी फरार हो गयी. इधर जाम का लगना दिनचर्या बन गया है. जाम के दर्द से जब हाय तौबा मची तो कंपनी के कुछ कर्मी आकर अलकतरा गिराये और चलते बने. वर्तमान हालात यह है कि जाम के बीच जहां लोग सिसक रहे हैं वही कंपनी का काम करने का बोर्ड तो लगा है लेकिन कोई कर्मी नहीं है. ऐसे में न तो जाम का सिलसिला मिट रहा है और न पुल का कांपना रुक रहा है. भविष्य में यदि कोई भी अनहोनी हुई तो इसकी सारी जवाबदेही निर्माण कंपनी और विभाग की होगी. फिलहाल दर्द यहां थमने का नाम नहीं ले रहा है.
जाम हटाने में प्रशासन ने बहाया पसीना : प्रशासन के अथक प्रयास से 90 घंटे के बाद सोमवार को डुमरिया सेतु पर आखिरकार परिचालन सामान्य हुआ. पूरे दिन गाड़ियों का परिचालन सामान्य ढंग से होता रहा. इसके लिए अधिकारियों ने जहां सर्द भरी रात में पसीना बहाया, वहीं राहगीर और पैसेंजर जाम में ठिठुरते रहे. गौरतलब है कि डुमरिया सेतु पर लगातार 90 घंटे तक महाजाम लगा रहा और जाम के कारण 15 किमी में गाड़ियां फंसी रहीं. जाम का खामियाजा पर्यटक, दूल्हे और आम पैसेंजर्स को जहां सर्द रात में ठिठुर कर भुगतना पड़ा, वहीं कई मरीज भी हलकान रहे. जाम की भयावह स्थिति को देख कर प्रशासन की ओर से रविवार को बैठक कर रणनीति बनायी गयी और प्रशासनिक अधिकारी जाम हटाने के लिए सेतु पर रविवार की शाम पहुंचे. जाम हटाने के लिए एसडीओ मृत्युंजय कुमार, एसडीपीओ मनोज कुमार, बीडीओ दिनेश कुमार सिंह, थानाध्यक्ष मुन्ना कुमार और भारी संख्या में पुलिस बल लग कर पूरी रात जाम हटाने में पसीना बहाते रहे. हालांकि रविवार की रात जाम में फंसे लोगों को समस्या से मुक्ति तो नहीं मिली, लेकिन सोमवार को 10 बजे दिन के बाद जाम समाप्त हो गया. फिलहाल वहां पर अधिकारी और पुलिस कैंप कर गाडि़यों का परिचालन कराने में लगे हैं, लेकिन जाम की समस्या फिर कब उत्पन्न हो जायेगी, कहना कठिन है.
क्या कहते हैं अधिकारी
जाम समाप्त हो गया है. मजिस्ट्रेट और पुलिस की तैनाती कर दी गयी है, जो गाड़ियों के परिचालन को नियंत्रित करेंगे. निर्माण कंपनी को भी काम कराने के लिए निर्देश दिया गया है.
मृत्युंजय कुमार, एसडीओ, गोपालगंज
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