गोपालगंज : बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद 90 फीसदी लोंगों में सुधार हुआ है. लोगों ने शराब पीना छोड़ दिये हैं. कुछ लोग तो ऐसे भी है कि नहीं मिलने के कारण शराब छोड़ चुके हैं. अब उन्हें सरकार के द्वारा लाया गया शराबबंदी कानून बहुत ही अच्छा लग रहा है. इनका आर्थिक बचत भी हो रहा है. उन्हें यह भी पता है कि अब शराब पीने पर 10 साल का जेल भी जो सकता है. ऐसी स्थिति में अपना पैसा खर्च कर जेल जाने की जहमत कौन उठाये. बस मिलावटी एवं जहरीली शराब पर रोक लगाये जाने का कार्य चल रहा है.
बाहर से होम डिलेवरी में आनेवाली शराब का स्रोत भी बंद किया जायेगा. गोपालगंज जिला शराबबंदी के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है. उत्तर प्रदेश की सीमा होने के कारण प्रशासन को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है. शराबबंदी के बाद गांवों में मारपीट झगड़ा कम हुआ है. वहीं महिला उत्पीड़न के मामले में 50 फीसदी की कमी आयी है. नये शराब नीति के लागू होने के बाद शराबबंदी पूर्ण रूप से सफल होगा जिसका प्रयास चल रहा है.