गोपालगंज : गजब! गांव में मेडिकल टीम पहुंच गयी और बीमार लोगों का इलाज भी हो गया. एक पल के लिए आपको यह बात सही लगेगी, लेकिन हकीकत जांच के बाद यहां कुछ और ही निकला. उचकागांव प्रखंड के त्रिलोपुर गांव के दर्जनभर ग्रामीण चिकेन पॉक्स से ग्रसित थे. ग्रामीणों ने गांव में मेडिकल टीम भेजने के लिए सिविल सर्जन से गुहार लगायी. सीएस ने उचकागांव पीएचसी के चिकित्सक डॉ साबर इमाम,
अस्पताल मैनेजर और एएनएम आरती कुमारी को त्रिलोपुर गांव में पीडि़तों की इलाज के लिए भेजी. मेडिकल टीम दो दिन बाद सिविल सर्जन को गुमराह करने के लिए गांव में पहुंच कर इलाज करने की झूठी रिपोर्ट भेज दी. उधर, त्रिलोकपुर गांव में मेडिकल टीम जब नहीं पहुंची तो डीएम के पास ग्रामीणों ने शिकायत की. डीएम के निर्देश पर सिविल सर्जन डॉ मधेश्वर प्रसाद शर्मा, उचकागांव के पीएचसी चिकित्सा प्रभारी गांव में पहुंचे,
तो माजरा कुछ और ही निकला. ग्रामीणों ने अधिकारियों से बताया कि गांव में न तो मेडिकल का कोई टीम पहुंची और न ही स्वास्थ्य कर्मी. चिकेन पॉक्स पीडि़तों का इलाज करना तो दूर, दवा की एक गोली भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से नहीं दी गयी.