गोपालगंज : शहर में कहीं पानी के लिए लोग बेचैन हैं, तो कहीं ऊमस भरी गरमी से बेचैनी है. छतों पर लगी पानी टंकियां सूखी पड़ी हैं और गरमी से राहत देने के लिए लगे पंखे बेकार साबित हो रहे हैं. यह हाल है आधा शहर का, जहां विगत 60 घंटे से बिजली गायब है. […]
गोपालगंज : शहर में कहीं पानी के लिए लोग बेचैन हैं, तो कहीं ऊमस भरी गरमी से बेचैनी है. छतों पर लगी पानी टंकियां सूखी पड़ी हैं और गरमी से राहत देने के लिए लगे पंखे बेकार साबित हो रहे हैं. यह हाल है आधा शहर का, जहां विगत 60 घंटे से बिजली गायब है. आखिर ये उपकरण चले तो कैसे? शुक्रवार की शाम आयी आंधी और तेज बारिश ने बिजली व्यवस्था को ध्वस्त कर डाला. नतीजतन शहरवासी अंधेरे में रहने को विवश हैं.
शहर में फेज-2 के अंतर्गत लाभान्वित होनेवाले उपभोक्ता सबसे अधिक परेशान हैं. शुक्रवार को आयी तेज आंधी व बारिश में शहर के तीन ट्रांसफाॅर्मर जल गये. सोमवार को इन ट्रांसफॉर्मरों को बदलने का काम शुरू हुआ है. घोष मोड़, जंगलिया तथा कैलाश होटल के पास ट्रांसफॉर्मर को बदलने का काम शुरू किया गया. इसके अलावा कई जगह तार भी टूटे पड़े हैं.
पांच दर्जन से अधिक पंचायत अंधेरे में
आंधी और पानी से शहर ही नहीं गांव भी अंधेरे में है. विजयीपुर, थावे, भोरे और सदर प्रखंड के जादोपुर क्षेत्र में पांच दर्जन से अधिक गांवों में बिजली व्यवस्था ध्वस्त होने से अंधेरा है. कहीं तार टूटा है, तो कहीं पोल गिर गये हैं. कई जगहों पर ट्रांसफॉर्मर भी खराब हैं.
60 घंटे से गायब है बिजली
क्या कहते हैं अधिकारी
ट्रांसफाॅर्मर बदलने और तार लगाने का काम तेजी से कराया जा रहा है. 24 घंटे के अंदर शहर से लेकर गांव तक बिजली व्यवस्था सुचारु हो जायेगी.
कुमार गौरव, कार्य. अभियंता, विद्युत कंपनी, गोपालगंज