गोपालगंज : चौंकिए मत! इस बार ढोढ़वलिया पंचायत के जनप्रतिनिधियों का भाग्य फर्जी मतदाताओं के हाथों में है. फर्जी मतदाता जिसे चाहे पंचायत का ताज पहना सकते हैं. यह बात सच है. कुचायकोट प्रखंड की ढोढ़वलिया पंचायत में ढाई सौ फर्जी मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में शामिल हैं.
मतदाता सूची में नाम होने से प्रशासन की तरफ से विधानसभा चुनाव की तरह अगर मतदाता परची मिली, तो उस परची के आधार पर वे वोट देने के हकदार होंगे. अगर मतदाता परची नहीं भी मिली, तो साइबर कैफे वाले से फर्जी वोटर आइडी कार्ड बनवा लिया गया है, जिसमें मतदाता सूची में दर्ज नंबर क्रमांक सब कुछ अंकित है. आयोग का हैलोग्राम तक लगा हुआ है, जिससे वे आसानी से मतदान करने में सक्षम होंगे. इन मतदाताओं को वैधानिक ढंग से कोई रोक नहीं सकता है.
फर्जी वोटरों का कैसे हुआ खुलासा : ढोढ़वलिया पंचायत में रावत टाइटिल का एक भी परिवार नहीं है. मतदाता सूची में राउत टाइटिल के दो सौ से अधिक वोटरों के नाम हैं. फुलवरिया, बंगरा, बथना, भोभिचक में सर्वाधिक फर्जी वोटरों के नाम हैं. ये कहां रहते हैं, इसकी जानकारी गांववालों को भी नहीं है. गांव के लोग भी आश्चर्य में हैं कि ये कहां से टपक आये.
बीएलओ के पास नहीं है जवाब : फर्जी मतदाताओं के मामले में बीएलओ को भी कुछ पता नहीं है. उनके पास कोई जवाब नहीं है कि आखिर ये मतदाता कहां से आये. बीएलओ भी खुद हैरत में हैं. सूत्रों की मानें, तो एक मुखिया प्रत्याशी के प्रभाव में फर्जी नामों को जोड़ा गया है, जिसकी बदौलत प्रत्याशी जीत का दावा अभी से ही कर रहे हैं.
क्या कहते हैं बीडीओ
जोभी आवेदन आपत्ति का आया है उसे दुरुस्त करा लिया गया है. ढोढ़वलिया पंचायत में नाम डवलिंग की शिकायत आयी थी, जिसे पंचायत सचिव के माध्यम से ठीक करा दिया गया है.
दृष्टि पाठक, बीडीओ, कुचायकोट