गोपालगंज : मंत्रीजी! यहां आपके नाम पर औषधि अनुज्ञापन पदाधिकारी के कार्यालय में तैनात बाबू रिश्वत का खेल कर रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री को मैनेज करने के नाम पर दवा दुकानों से 10-10 हजार रुपये की रिश्वत ली जा रही है. युवा राजद के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप देव ने स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव को पत्र लिख कर इस पूरे प्रकरण का खुलासा किया है.
उन्होंने पत्र में आरोप लगाया है कि स्वास्थ्य विभाग के औषधि अनुज्ञापन पदाधिकारी के कार्यालय में कार्यरत लिपिक बलिराम मिश्र पिछले एक दशक से कार्यरत हैं. इनका पहले से ही आचरण संदिग्ध रहा है. करोड़ों की संपत्ति रिश्वत की बदौलत अर्जित की गयी है. पिछले दो महीनों से जिले की विभिन्न दवा दुकानों पर छापेमारी चल रही है. दवा दुकानदारों को भयाक्रांत कर स्वास्थ्य मंत्री को मैनेज करने के नाम पर 10 हजार रुपये की रिश्वत ली जा रही है.
ईमानदार और युवा मंत्री को बदनाम करने के लिए लिपिक के द्वारा यह कृत्य किया जा रहा है. कई दवा दुकानदार इसकी शिकायत भी कर चुुके हैं. लेकिन, विभाग के साहब कार्रवाई करने से परहेज कर रहे हैं. विभाग के लिपिक खुद को हाकिम बने हुए हैं. ऐसे में स्वास्थ्य मंत्री से तत्काल कार्रवाई करने की अपील प्रदीप देव ने की है. जब इस संदर्भ में जिला अनुज्ञापन पदाधिकारी से संपर्क स्थापित किया गया, तो कार्यालय में कोई नहीं था. मोबाइल भी स्विच ऑफ था, जिससे उनका पक्ष नहीं लिया जा सका है.