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सूबे में विकास योजनाओं का हुआ बंटाधार: मंगल

सूबे में विकास योजनाओं का हुआ बंटाधार: मंगल पटना. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने आरोप लगाते हुए कहा कि जोड़–तोड़ की राजनीति के माहिर नीतीश कुमार ने राज्य में विकास योजनाओं का बंटाधार कर दिया है. वित्तीय वर्ष के समाप्त होने में मात्र तीन माह शेष है और दर्जनों विभाग में […]

सूबे में विकास योजनाओं का हुआ बंटाधार: मंगल पटना. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने आरोप लगाते हुए कहा कि जोड़–तोड़ की राजनीति के माहिर नीतीश कुमार ने राज्य में विकास योजनाओं का बंटाधार कर दिया है. वित्तीय वर्ष के समाप्त होने में मात्र तीन माह शेष है और दर्जनों विभाग में योजना मद के हजारों करोड़ रूपये सरकार खर्च नहीं कर पायी है. पांडेय ने कहा कि नौ माह के भीतर राज्य सरकार योजना मद की 50 प्रतिशत राशि भी नहीं खर्च कर पायी है और उल्टे केंद्र पर धन न देने का तोहमत लगा रही है. केंद्र संपोषित योजनाओं के लिए राशि का आवंटन तभी होता है, जब राज्य सरकार उपयोगिता प्रमाणपत्र समर्पित करती है. उन्होंने कहा कि एक दर्जन ऐसे विभाग हैं जो खर्च के मामले में फिसड्डी साबित हो रहे हैं . वाणिज्य–कर, मंत्रिमंडल सचिवालय, निबंधन एवं उत्पाद विभाग, पशु एवं मत्स्य विभाग, सामान्य प्रशासन और पंचायती राज विभाग द्वारा भेजे गये ब्योरे में कहा गया है कि राशि का खर्च 49 प्रतिशत ही है . पांडेय ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल और छोटे बड़े अस्पतालों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है. दवा की बात तो दूर रूई और सूई देने वाला सिरिंज तक अस्पताल में नहीं मिलता है. उस विभाग की 55 प्रतिशत राशि पड़ी है. जब नौ माह में 45 प्रतिशत ही राशि खर्च हुई तो अगले तीन माह में शेष 55 प्रतिशत राशि कैसे खर्च कर पायेगी सरकार . शिक्षा विभाग का हाल तो और बेहाल है. विश्वविद्यालय के शिक्षकों को दो माह से वेतन नहीं मिल रहा है और इस विभाग के पास 53 प्रतिशत राशि अभी शेष है. मुख्यमंत्री विभागों की समीक्षा बैठक तो कर रहे हैं लेकिन योजना मद की राशि के खर्च नहीं होने का कोई कारण नहीं बता पा रहे हैं . सरकार जब अपने ही योजना मद की राशि नहीं खर्च कर पा रही है तो केंद्रीय योजनाओं की राशि जायेगा .

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