गोपालगंज : चर्चित दोहरे हत्याकांड में विजयीपुर के पूर्व प्रखंड प्रमुख विजय सिंह तथा पूर्व प्रमुख भतीजा संजय सिंह को गोपालगंज की एक अदालत ने दोषी करार दिया है. सजा के बिंदु पर 22 दिसंबर को फैसला सुनाया जायेगा. हत्याकांड की सुनवाई के दौरान सिविल कोर्ट, गोपालगंज की सुरक्षा कड़ी कर दी गयी थी.
नगर थानाध्यक्ष विमल कुमार लगातार माॅनीटरिंग कर रहे थे. ध्यान रहे कि 21 सितंबर, 1994 की सुबह 10.30 बजे विजयीपुर के रसुलपुर गांव के कारोबारी सुबास गुप्ता अपने भाई चंद्रशेखर गुप्ता भतीजा भोला गुप्ता के साथ विजयीपुर जा रहे थे, तभी योगी स्थान तालाब के समीप विजयीपुर के पूर्व प्रखंड प्रमुख तथा सरूपायी गांव के रहनेवाले विजय सिंह अपने लोगों के साथ पहुंचे और सुबास गुप्ता पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी. इसमें सुबास गुप्ता की मौके पर ही मौत हो गयी,
जबकि उसी रास्ते जा रहे नलकूप विभाग के कर्मी रघुवंश सिंह को भी गोली लग गयी, जिससे उनकी भी मौत मौके पर ही हो गयी. चंद्रशेखर गुप्ता और भोला गुप्ता घायल हो गये थे. इस मामले में चंद्रशेखर गुप्ता के बयान पर विजयीपुर थाने में कांड संख्या- 74/94 दर्ज हुआ, जिसमें विजय सिंह तथा उनके भतीजा संजय सिंह समेत दस के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. पुलिस ने इस मामले में लंबी जांच के बाद आरोप पत्र कोर्ट को सौंपा.
मामले की सुनवाई एडीजे प्रथम अमर ज्योति श्रीवास्तव के न्यायालय में शुरू हुई. दोनों पक्षों तथा साक्ष्य को ध्यान में रखते हुए कोर्ट ने शनिवार को दोनों चाचा-भतीजे को हत्या के लिए दोषी करार दिया है. इस मामले में बचाव पक्ष से रवींद्र सिंह तथा अभियोजन पक्ष के बयानों को ध्यान में रख कर कोर्ट ने 22 दिसंबर को फैसला देने का निर्णय लिया है.