गोपालगंज : दवा माफिया मरीजों की जान का सौदागर बन रहे हैं. शहर के नामी-गिरामी चिकित्सकों के यहां पैसों के लिए एक्सपायर्ड दवाओं की खपत करायी जा रही है. औषधि विभाग को मैनेज कर महीनों से यह धंधा यहां चल रहा था. हालांकि डीएम ने ऐसे दवा माफियाओं की दुकानों पर नकेल कसने की पूरी तैयारी की है.
डीएम राहुल कुमार ने दवा दुकानों पर छापेमारी के लिए मजिस्ट्रेट टीम का गठन किया है. मजिस्ट्रेट टीम की छापेमारी में दवा दुकानों पर कई चौकानेवाले मामले का खुलासा किया गया. एक्सपायर्ड दवाएं डॉक्टरों की मेडिकल दुकानों पर मिलीं. मरीज डॉक्टर से इलाज कराने के बाद यकीन कर दवा का इस्तेमाल करेंगे. लेकिन, यह दवा उनकी बीमारी को दूर करने के बजाय और बढ़ा सकती है. सदर बीडीओ किरण कुमारी के नेतृत्व में हुई छापेमारी के दूसरे दिन कई दवा दुकानें बंद रहीं.
उधर, अधिकारियों का कहना है कि कार्रवाई के भय से दवा दुकान कब तक बंद रहेगी. प्रशासन ऐसी दवा दुकानों को चिह्नित कर रहा है. जब्त दवाओं को जांच के लिए भेजा गया लैब मजिस्ट्रेट टीम की छापेमारी में दुकानों से जब्त एक्सपायर्ड दवाएं जांच के लिए राज्य औषधि निरीक्षण विभाग के लैब भेज दी गयीं.
औषधि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जांच के बाद दवा दुकानों पर कार्रवाई की जायेगी. रविवार को मजिस्ट्रेट की टीम ने थाना रोड स्थित चिकित्सक डॉ कौशल्या की दवा दुकान पर छापेमारी की. इसके साथ ही जंगलिया स्थित डॉ शमीम परवेज के क्लिनिक में सानिया दवा दुकान में छापेमारी की गयी. दोनों दुकानों से एक्सपायर्ड दवाएं बरामद की गयी थीं.