सीवान और सीतामढ़ी के किसानों को नहीं होगा इस बार रबी सिंचाई का संकट दोनों जिलों के लघु सिंचाई प्रमंडलों के विद्युत बिल बकाये का 1.13 करोड़ का भुगतान करेगा विभाग सीवान और सीतामढ़ी में 10 दिसंबर से 10 अप्रैल तक रबी की सिंचाई के लिए पानी मुहैय्या कराना है लघु जल संसाधन विभाग को बिजली विभाग ने दोनों प्रमंडलों को जल्द-से-जल्द बकाया भुगतान करने का दिया था नोटिस संवाददाता, पटना सीतामढ़ी और सीवान के किसानों को इस बार रबी खेती के लिए सिंचाई का संकट नहीं झेलना पड़ेगा. लघु जल संसाधन विभाग ने दोनों जिलों के लघु सिंचाई प्रमंडलों के विद्युत बिल के बकाया मद का 1.13 करोड़ रुपये भुगतान करने की स्वीकृति दे दी है. सीवान के लघु जल संसाधन विभाग के सिंचाई अंचल पर बिजली बिल मद में 94. 34 लाख, जबकि सीतामढ़ी अंचल पर 19.30 लाख रुपये बकाया था. लघु जल संसाधन विभाग ने दोनों प्रमंडलों को विद्युत बकाया भुगतान मद की राशि भी मुहैय्या करा दी है. सीवान और सीतामढ़ी प्रमंडल पर 16 जुलाई, 2015 तक बिजली बिल का 1.13 करोड़ रुपये बकाया था. बिजली विभाग ने दोनों प्रमंडलों को जल्द-से-जल्द बकाये भुगतान का नोटिस दिया था. विभाग ने स्पष्ट कर दिया था कि यदि बकाये विद्युत बिजली बिल का भुगतान न हुआ, तो रबी सिंचाई के लिए दोनों प्रमंडलों के लघु जल संसाधन केंद्रों को विद्युत आपूर्ति करना विभाग के लिए संभव नहीं होगा. बिजली विभाग ने जब कड़े तेवर दिखाये, तो लघु जल संसाधन विभाग हरकत में आया. सीवान और सीतामढ़ी में 10 दिसंबर से 10 अप्रैल तक रबी की सिंचाई के लिए लघु जल संसाधन विभाग को पानी मुहैय्या कराना है. खरीफ सिंचाई के लिए 20 मई से 30 अक्तूबर तक तो विभाग दोनों जिलों में सिंचाई सुविधा मुहैय्या कराने में सफल रहा, किंतु बिजली बकाया मद में भुगतान न होने के कारण इस बार रब्बी सिंचाई के लिए किसानों को पानी मुहैय्या कराने में विभाग को किसानों का बड़ा जनाक्रोश झेलना पड़ सकता था. सीवान और सीतामढ़ी के साढ़े सात लाख एकड़ में रब्बी की खेती होती है.
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सीवान और सीतामढ़ी के किसानों को नहीं होगा इस बार रबी सिंचाई का संकट
सीवान और सीतामढ़ी के किसानों को नहीं होगा इस बार रबी सिंचाई का संकट दोनों जिलों के लघु सिंचाई प्रमंडलों के विद्युत बिल बकाये का 1.13 करोड़ का भुगतान करेगा विभाग सीवान और सीतामढ़ी में 10 दिसंबर से 10 अप्रैल तक रबी की सिंचाई के लिए पानी मुहैय्या कराना है लघु जल संसाधन विभाग को […]
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