गोपालगंज : शहर की झोंपड़पट्टी में रहनेवाले लोगों का पुलिस लेखा-जोखा तैयार करने की योजना बना रही है. इन दिनों लगातार हो रही वारदात में झोंपड़पट्टी या किराये का कमरा लेकर रहनेवाले युवकों की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है. पुलिस की नींद उड़ानेवाले इन चोरों ने पिछले पांच -छह माह के दौरान डेढ़ दर्जन से अधिक घरों का ताला तोड़ कर चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है.
मालवीय नगर में लोगों ने होटल कैलाश के पीछे करकट शेड में कमरा लेकर रहनेवाले मनीष कुमार महतो को रसोई गैस सिलिंडर के साथ रंगे हाथ पकड़ कर पुलिस को सौंपा. चोरी के दूसरे मामले में भी एेसे युवकों की संलिप्तता का पुलिस ने खुलासा किया है. बताया गया कि किराये के कमरे में रहनेवाले लोगों का स्थायी ठिकाना नहीं होता. एेसे में उनकी पहचान जाहिर नहीं होने का फायदा उठा कर वे लगातार वारदातों में सक्रिय रहते हैं.
पुलिस किरायेदारों के सत्यापन की योजना बना रही है, ताकि सभी का नाम-पता और पारिवारिक पृष्ठभूमि का पता चल सके. शहर के बंजारी, लखपतिया मोड़, नोनिया टोली, हजियापुर के इलाकों में किराये के कमरे में रहनेवाले लोगों पर पैनी नजर रखी जा रही है. मोटे तौर पर इन्हीं इलाकों में चोरों के गैंग ने अपना अड्डा बना लिया है.
इसमें स्मैकियर सबसे अधिक हैं. यह गैंग पुलिस के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है. एक साल के दौरान इस गैंग ने शहर में लूटपाट, छिनतई और चोरी की कई घटनाओं को अंजाम दिया है. गैंग का सरगना हीरु है. हीरु के साथ उसका दोस्त जुनैद भी है, जो स्मैक के लिए घटना को अंजाम देता है. यह गिरोह राहगीरों को लूटता है.
खास कर सुबह में स्टेशन जानेवाले और स्टेशन से घर लौटनेवाले यात्रियों को गिरोह का सदस्य निशाना बनाते हैं. एसडीपीओ मनोज कुमार ने बताया कि चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए कार्रवाई की जा रही है. जल्द ही अच्छे नतीजे मिलेंगे. चोरी पर लगाम कसेगा.