गोपालगंज : नियोजित शिक्षकों का वेतनमान निर्धारण करते हुए उन्हें 9 अक्तूबर के पूर्व वेतन का भुगतान कर देना था. लेकिन पंचायत सचिवों एवं अधिकारियों के मनमानी अबतक एक भी पंचायत शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं हुआ है.
शिक्षकों द्वारा किये गये आंदोलन और लंबी लड़ाई के बाद उनकी मांगों को मानते हुए राज्य सरकार ने उनकी वेतन में वृद्धि तो कर दी. लेकिन वेतन निर्धारण और सेवा के सत्यापन का पेच पंचायत सचिवों के चंगुल में फंस कर रह गया है. पंचायत सचिवों की मनमानी में शिक्षक पिस रहे है.
सेवा सत्यापन को लेकर अब तक कई प्रखंडों में शिक्षक और पंचायत सचिवों के बीच झड़प भी हो चुकी है. बताया गया है कि सेवा सत्यापन और वेतन निर्धारण के नाम पर पंचायत सचिव मनमानी रकम की मांग भी कर रहे है. सचाई चाहे जो हो लेकिन इतना तो तय है. कि अब तक शिक्षकों के सेवा पुस्तिका सत्यापन न होने से उनके वेतन भुगतान पर सवाल खड़ा हो गया है.
दिपावली ,छठ जैसे महापर्व के अवसर पर वेतन के लिये शिक्षक बेचैन है. लेकिन पंचायत सचिव सेवा पुस्तिका सत्यापन करने के बजाय स्वयं अधिकारी बने घुम रहे है.