भोरे : पिछले दो वर्षों से पुलिस का रोब दिखा कर लोगों को लूटनेवाले फर्जी आबकारी दारोगा को विजयीपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार फर्जी दारोगा के पास से पुलिस ने शराब दुकानों से वसूले गये 20 हजार रुपये,
एक बाइक, मोबाइल फोन एवं 10 प्रमाणपत्र बरामद किये हैं. फर्जी दारोगा की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही उसे देखने के लिए थाने पर भीड़ उमड़ पड़ी.
पूछताछ में फर्जी दारोगा ने कई चौंकाने वाले खुलासे किये हैं. गिरफ्तार फर्जी आबकारी दारोगा की पहचान यूपी के कुशीनगर जिले के पटहेरवा थाना क्षेत्र के भठई शुक्ल निवासी जगदीश शुक्ल के पुत्र अरविंद शुक्ल के रूप में की गयी है. सोमवार की शाम भोरे की एक शराब दुकान पर अरविंद शुक्ल आबकारी विभाग का दारोगा बन कर पहुंचा,
जहां उसने रोब दिखा कर महंगी शराब की दो बोतल लेने के साथ ही कुछ रुपये भी लिये. उसके बाद उसने विजयीपुर के मुसहरी बाजार में स्थित सरकारी शराब की दुकान से पैसे ऐंठ लिये.
बाद में वह पगरा की शराब दुकान पर पहुंचा, जहां सेल्समैैन से 25 हजार रुपये की मांग करने लगा. नहीं देने पर लाइसेंस रद्द करा देने की धमकी देने लगा.
शक होने पर सेल्समैन ने अपने मालिक को इसकी सूचना दी. मौके पर पहुंचे दुकान मालिक ने जब जिला आबकारी विभाग से पूछताछ की, तो विभाग ने ऐसे किसी भी अधिकारी के होने से इनकार कर दिया. दुकान के मालिक ने इसकी सूचना विजयीपुर पुलिस को दी.
मौके पर पहुंची पुलिस ने फर्जी आबकारी दारोगा को मौके पर गिरफ्तार कर लिया. उसे सेल्समैन रामाशीष राम के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिया गया.