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डेढ़ दर्जन घर समा चुके नदी में
कटाव से जगीरी टोला गांव के अस्तित्व पर खतरा गोपालगंज : गंडक नदी के जल स्तर में कमी आने से बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंताओं ने राहत की सास ली है. वहीं, अब तक डेढ़ दर्जन घर जगीरी टोले में नदी में समा चुके हैं. नदी ने जगीरी टोला के वार्ड नं-1 स्थित पंचायत भवन […]
कटाव से जगीरी टोला गांव के अस्तित्व पर खतरा
गोपालगंज : गंडक नदी के जल स्तर में कमी आने से बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंताओं ने राहत की सास ली है. वहीं, अब तक डेढ़ दर्जन घर जगीरी टोले में नदी में समा चुके हैं.
नदी ने जगीरी टोला के वार्ड नं-1 स्थित पंचायत भवन तथा स्कूल पर कटाव तेज कर दिया है, जबकि वार्ड नं-3 में नदी के कटाव से अफरा-तफरी का माहौल है. गांव के लोग घरों को खाली करने में लगे हुए हैं. पंचायत भवन के कटने के साथ ही इस गांव के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है.
नदी का कटाव थमने का नाम नहीं ले रहा है. स्कूल को बचाने के लिए बाढ़ नियंत्रण विभाग 2.3 लाख की राशि खर्च कर चुका है. नदी इस गांव को अपने आगोश में लेने पर तूली है. बता दें कि बकुआ टोला, खाप मकसूदपुर के अस्तित्व को मिटाने के बाद नदी का रुख जगीरी टोले पर है. इन गांवों में बेघर हुए लोग बेसहारा बने हुए हैं.
गोपालगंज के अंचल पदाधिकारी पीड़ितों की दर्द सुनने को तैयार नहीं हैं और न ही इस इलाके में कोई सांसद या विधायक इनकी पीड़ा को सुनने की जहमत उठा रहे हैं. कटावपीड़ित लगभग 155 परिवार दूसरे के सहारा पर दिन बिता रहे हैं. उधर, बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधीक्षण अभियंता बासुकी नाथ प्रसाद ने बताया कि नेपाल के द्वारा मंगलवार की शाम चार बजे 99 हजार क्यूसेक जल डिस्चार्ज किया गया है.
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