गोपालगंजः अब गोपालगंज में जापानी इंसेफ्लाइटिस का कहर पहुंच गया है. इस बीमारी से लोगों में भी भय का माहौल है. लोग किसी तरह अपने घर के आसपास सफाई कर के इस बीमारी से अपने परिवार और बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास में जुटे हुए हैं. हालांकि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इस जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए न तो आम लोगों के बीच प्रचार- प्रसार ही कराया जा रहा है और न ही इसके इलाज में स्वास्थ्य विभाग की कोई सजगता ही दिख रही है.शहर के बंजारी मुहल्ले की 12 वर्षीय प्रियांशी कुमारी में बीमारी के लक्षण दिखते ही उनके परिजनों में इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भरती कराया ,जहां चिकित्सकों ने पीड़ित मरीज की हालत बिगड़ते देख उसे उचित इलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया .
कौन होते हैं शिकार
जापानी इंसेफ्लाइटिस से सर्वाधिक एक से 15 साल के बच्चे ही इस बीमारी से ग्रसित होते हैं. इससे बचाव का एक मात्र उपाय टीकाकरण है, जो लोग अपने बच्चे को टीकाकरण नहीं कराते हैं या तो उनके बच्चे काल के गाल में समा जाते हैं
यह बीमारी सामान्य तौर पर मच्छरों के काटने से फैलता है. ये मच्छर गंदे पानी ,गड्ढे और घरों के आसपास होनेवाली झाड़ियां ,गोशालाओं और गंदे स्थलों पर पनपते हैं. इस मच्छर के काटने से लोग इस बीमारी के शिकार हो जाते हैं.