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नहाने के लिए गये थे नदी में
बैकुंठपुर : परिवार के लोगों को ऐसे हादसे का अंदाजा नहीं था. परिजन घंटों घर में बैठ कर अपने लाड़लों के लौटने का इंतजार कर रहे थे. काफी देर होने के बाद कुणाल सिंह के पिता नंदकिशोर सिंह नदी की तरफ देखने के लिए गये, जहां दोनों के कपड़े मिले. उन्हें आशंका हुई कि दोनों […]
बैकुंठपुर : परिवार के लोगों को ऐसे हादसे का अंदाजा नहीं था. परिजन घंटों घर में बैठ कर अपने लाड़लों के लौटने का इंतजार कर रहे थे. काफी देर होने के बाद कुणाल सिंह के पिता नंदकिशोर सिंह नदी की तरफ देखने के लिए गये, जहां दोनों के कपड़े मिले. उन्हें आशंका हुई कि दोनों डूब गये हैं.
उनकी सूचना पर गांव के लोग युवकों की तलाश में जुट गये. आसपास के नाविकों को बुलाया गया. काफी देर तक नाविकों ने भी तलाश की. काफी देर तक कोई अधिकारी नहीं पहुंचा. तब तक कुणाल सिंह का शव नदी से निकला गया. दोनों लड़के एक बरात से लौटने के बाद नहाने के लिए नदी में गये थे. उन्हें क्या पता था कि उन्हें मौत बुला रही है. दोनों छात्रों की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है. चीत्कार से गांव के लोग दहल उठे.
ब्रजकिशोर सिंह के पुत्र कुंदन सिंह तथा नंदकिशोर सिंह के पुत्र कुणाल सिंह एक ही परिवार के सदस्य थे. इस घटना के बाद कुणाल की मां ललिता देवी जहां अचेत पड़ी हुई है, वहीं उसका भाई अभिषेक तथा बहन शिल्पा का रो-रो कर बुरा हाल था. कुंदन की मां इंदू देवी की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा था. उसका भाई सुंदन और बहन करीना खामोश हो चुके थे.परिजनों को संभालने के लिए आसपास के ग्रामीण और रिश्तेदार काफी प्रयास में थे. इस हादसे ने सबको दहला दिया है.
.. और टूट गया डॉक्टर बनाने का सपना
नवोदय विद्यालय, छपरा के छात्र कुंदन सिंह के लापता होने से परिजनों का सपना चकनाचूर हो गया. वह डॉक्टर बनने का सपना लिये हुए था. परिजनों ने भी उसके सपने को पूरा करने के लिए ठान लिया था. कुंदन पढ़ने में काफी मेधावी था. उसकी मेहनत को देख उसका चचेरा भाई कुणाल भी पूरी तैयारी कर रहा था. गांव में इंजीनियर बनने का सपना कुणाल का था. किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि यह दिन देखने को मिलेगा. इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है.
ग्रामीणों ने किया हंगामा
कुणाल का शव नदी से निकालने तथा कुंदन सिंह की तलाश में जुटे लोगों का आक्रोश तब फूट पड़ा, जब बार-बार सूचना के बाद भी मौके पर न तो अंचल पदाधिकारी पहुंचे और न ही बीडीओ.
यहां तक की एनडीआरएफ की टीम बुलाना तो दूर स्थानीय प्रशासन के लोग चुप्पी साधे रहे. जैसे ही बैकुंठपुर पुलिस मौके पर पहुंची कि लोग उग्र होकर प्रदर्शन करने लगे. समाजसेवी जलेश्वर प्रसाद तथा विजय बहादुर यादव के नेतृत्व में लोगों ने हंगामा कर दिया.
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