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टूटीं उम्मीदें, नहीं मिलेगा फसल क्षति मुआवजा
गोपालगंज : आंधी और पानी से गेहूं की फसल को भारी नुकसान होने के बाद मुआवजे की उम्मीद लगाये बैठे किसानों की उम्मीदें टूट गयी हैं. कृषि विभाग ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. विभाग ने जो रिपोर्ट सौंपी है, उसमें महज 20-30 फीसदी का ही नुकसान हुआ है. गौरतलब है कि […]
गोपालगंज : आंधी और पानी से गेहूं की फसल को भारी नुकसान होने के बाद मुआवजे की उम्मीद लगाये बैठे किसानों की उम्मीदें टूट गयी हैं. कृषि विभाग ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. विभाग ने जो रिपोर्ट सौंपी है, उसमें महज 20-30 फीसदी का ही नुकसान हुआ है.
गौरतलब है कि पिछले सोमवार को आंधी-पानी और ओले की चपेट में पूरा जिला रहा. बेमौसम आंधी-पानी से खास कर गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ. राज्य सरकार के निर्देश पर जिला कृषि विभाग द्वारा कराये गये सर्वे में जो रिपोर्ट सौंपी गयी है, उसके मुताबिक महज 20 से 25 फीसदी की क्षति हुई है. ऐसे में तय नियमावली के अनुसार किसी भी किसान को मुआवजा नहीं मिलेगा.
क्या है मुआवजे का आधार : रबी फसल की क्षतिपूर्ति के लिए विभाग ने जो रणनीति बनायी है, उसके अनुसार उन्हीं किसान को लाभ मिलेगा, जिनकी उत्पादकता की 50 फीसदी नुकसान हो गया है. यदि किसी किसान का नुकसान इससे कम है, तो उसे यह लाभ नहीं मिलना है.
किसानों में हैं आक्रोश
बारिश के बाद बड़े पैमाने पर फसल की क्षति होने से किसानों में आक्रोश है. इसके लिए किसान धरना-प्रदर्शन भी कर चुके हैं. किसानों का कहना है कि बिना खेतों में गये ही नुकसान का सर्वे कर लिया गया तथा 50 फीसदी का आधार भी गलत है. फिलहाल दोहरी मार ङोल रहे किसानों के पास आक्रोश के अलावा कोई चारा भी नहीं है.
क्या कहता है कृषि विभाग
फसल क्षति का सर्वे कार्य पूरा हो गया है. जिले में 20 – 30 फीसदी तक नुकसान हुआ है. नियमानुसार 50 फीसदी नुकसान पर मुआवजा मिलना है. ऐसे में कोई भी किसान मुआवजे की श्रेणी में नहीं है.
डॉ रवींद्र सिंह, डीएओ
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