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परिजनों ने किया हंगामा
शहर के नर्सिग होम से जुड़वां बच्चे की चोरी! शहर के नर्सिग होम से जन्म लेने के बाद जुड़वां बच्चे गायब हैं. चिकित्सक जहां दोनों बच्चों के मृत होने की बात कह रहे हैं, वहीं परिजन इस बात से सहमत नहीं हैं. परिजनों का कहना था कि अगर दोनों बच्चे मृत थे, तो इसकी जानकारी […]
शहर के नर्सिग होम से जुड़वां बच्चे की चोरी!
शहर के नर्सिग होम से जन्म लेने के बाद जुड़वां बच्चे गायब हैं. चिकित्सक जहां दोनों बच्चों के मृत होने की बात कह रहे हैं, वहीं परिजन इस बात से सहमत नहीं हैं.
परिजनों का कहना था कि अगर दोनों बच्चे मृत थे, तो इसकी जानकारी क्यों नहीं दी गयी. उधर, पुलिस ने मामले की प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया है. वहीं, अस्पताल प्रशासन का कहना है कि बच्च मृत होने की जानकारी मिलने पर परिजन मरीज को छोड़ कर फरार हो गये. दो दिनों बाद उसे दफना दिया गया. बहरहाल, मामला जो भी हो, जांच के बाद ही इस पर से परदा हटेगा.
गोपालगंज : शहर के नर्सिग होम से जुड़वां बच्च चोरी कर ली गयी. मामले का खुलासा होने पर परदा डालने की कोशिश की गयी. मंगलवार को पीड़ित परिजन क्लिनिक में पहुंचे और कर्मियों पर बच्च चोरी करने का आरोप लगा हंगामा करने लगे. बाद में नगर थाने में पहुंच कर डॉक्टर के खिलाफ शिकायत की गयी. पुलिस ने पीड़ित महिला की शिकायत पर मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है.
उचकागांव थाने के नौतन हरैया गांव निवासी राजकिशोर राम की पत्नी शीला देवी को प्रसव पीड़ा से ग्रसित होने पर मारवाड़ी मुहल्ला स्थित नर्सिग होम में 28 मार्च को भरती कराया गया. प्रसव के दौरान दो बच्चों को महिला ने जन्म दिया. बाद में उसकी हालत बिगड़ते देख चिकित्सक ने ब्लड इंतजाम करने की बात कही. परिजन ब्लड का इंतजाम करने नर्सिग होम से बाहर निकले. उधर, पीड़ित महिला को नर्सिग होम के कर्मियों ने सदर अस्पताल में भरती करा दिया. महिला को जब होश आया, तो उसके दोनों बच्चे गायब थे. परिजन को इसकी जानकारी जैसे ही मिली कि वे नर्सिग होम में पहुंच गये, जहां चिकित्सक ने दोनों बच्चों को मृत होने की बात कही. इस पर परिजन आक्रोशित होकर हंगामा करने लगे. हंगामा कर रहे परिजनों का आरोप था कि जब बच्च मृत था, तो परिजनों को उस समय सौंपा क्यों नहीं गया. बाद में इसकी जानकारी परिजनों को क्यों दी गयी.
एफआइआर दर्ज करने से इनकार
नगर थाने में शिकायत करने गयी महिला से पुलिस ने पहले तो एफआइआर करने के नाम पर लिखित आवेदन ले लिया. बाद में एफआइआर करने से इनकार करते हुए आवेदन को लौटा दिया. इस संबंध में नगर थाना इंस्पेक्टर संजीव कुमार सिंह से जब पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि मामले को समझा – बुझा कर सलटा दिया गया. अब पीड़ित परिजन एसटी-एससी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए चक्कर लगा रहे हैं.
बच्च मृत हुआ, तो परिजन छोड़ कर चले गये : डॉक्टर
नर्सिग होम के चिकित्सक डॉ सुमन ने कहा कि महिला का दोनों बच्च काफी कम उम्र में हुआ. जन्म लेने के दौरान मृत था. परिजन को इसकी सूचना दी गयी. मरीज को अस्पताल में छोड़ कर परिजन घर चले गये. दो दिनों तक नहीं आये. इसके कारण मृत बच्चे को दफना दिया गया. इलाज के नाम पर एक पैसा भी नहीं लिया गया.
10 दिनों के बाद नर्सिग होम में आकर बच्चे के लिए हंगामा किया गया. परिजनों के द्वारा लगाये गये आरोप गलत हैं.
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