Advertisement
हर तरफ मची रही चीख-पुकार
गोपालगंज : 17 दिन बाद हड़ताल समाप्त हो चुकी है. अभी बुधवार को दिन के 11.05 बज रहे हैं. सदर अस्पताल परिसर मरीजों से भरा है. हर तरफ मरीज की चीख-पुकार गूंज रही है. इमरजेंसी वार्ड में मात्र एक डॉक्टर तैनात हैं. वह पुलिस का जख्म प्रतिवेदन बनाने में व्यस्त हैं. सड़क हादसे में घायल […]
गोपालगंज : 17 दिन बाद हड़ताल समाप्त हो चुकी है. अभी बुधवार को दिन के 11.05 बज रहे हैं. सदर अस्पताल परिसर मरीजों से भरा है. हर तरफ मरीज की चीख-पुकार गूंज रही है. इमरजेंसी वार्ड में मात्र एक डॉक्टर तैनात हैं. वह पुलिस का जख्म प्रतिवेदन बनाने में व्यस्त हैं. सड़क हादसे में घायल विशंभरपुर के दारोगा समेत अन्य मरीज दर्द से कराह रहे हैं.
निजी कंपाउंडर मरीजों का इलाज कर रहे हैं. चिकित्सक को मरीजों की जांच करने की फुरसत तक नहीं थी. ओपीडी में एक मात्र चिकित्सक कुंदन कुमार थे, तो दूसरी तरफ महिला विशेषज्ञ डॉ मिथिलेश शर्मा मौजूद थीं. मरीजों की लंबी कतारें ओपीडी परिसर में लगी हैं. कई विशेषज्ञ डॉक्टर नदारद थे. उनकी कुरसियां खाली पड़ी थीं.
अस्पताल उपाधीक्षक का कोई अता-पता तक नहीं है. अभी 12.02 बज चुका था. सिविल सजर्न का कार्यालय सूना पड़ा है. चिकित्सक भी हड़ताल से वापस ड्यूटी में नहीं लौटे थे. इसके कारण मरीज इलाज के अभाव में लौट रहे हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement