।। सुरेश कुमार राय ।।
भोरे : कहते है कि ‘‘ये इश्क नहीं आसान, बस इतना समझ लिजिए …’’ इसके आगे की पंक्ति में आग का दरिया है, और डूब कर जाना है. लेकिन यहां इश्क भी आसान था और मुमकिन भी. मन्नू हत्याकांड में ऐसा ही कुछ हुआ. उसके प्रेमी ने न सिर्फ उसके साथ धोखा किया, बल्कि उसके जिस्म का इस्तेमाल सिर्फ एक वस्तु की तरह किया गया. मन्नू के प्रेमी के दोस्तों ने उसके साथ यौन संबंध बनाने की कोशिश की. उसमें विफल रहने पर मानवता की हद को पार करते हुए उसकी निर्मम हत्या भी कर दी.
प्रेम में धोखा खायी मन्नू को यह अंदाजा भी नहीं था कि उसने जिसके साथ अपनी जिंदगी बिताने के लम्हे संजोये थे वही प्रेमी अपने दोस्तों के साथ उसके जान का दुश्मन बन जायेगा. यह खुलासा तब हुआ, जब मन्नू के प्रेमी राम नरेश की गिरफ्तारी पुलिस ने की. पुलिस के समक्ष दिये गये बयान में राम नरेश ने जो खुलासा किया है, वो काफी चौंकाने वाला है.
इससे पूर्व यह बता दें कि 3 जुलाई की रात मन्नू कुमारी अपने घर में सोयी थी, जो अगले दिन यानि 4 जुलाई को अपने कमरे में मृत पायी गयी. दोपहर के दो बजे इस मामले की जानकारी भोरे पुलिस को दी गयी. भोरे के तत्कालीन थानाध्यक्ष बीपी यादव एवं उमेश सिंह जब घटना स्थल पर पहुंचे, तो वहां उन्होंने देखा कि शव को अर्थी पर लिटाया जा चुका था.
पुलिस ने शव को अर्थी से उठाकर पोस्टमार्टम हाउस भेजा. उसके बाद पुलिस की जांच में यह साबित हो गया कि मन्नू की हत्या की गयी है. बाद में उसकी बहन के बयान पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की. घटना के ठीक 25 दिन बाद इसका खुलासा करते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया.
इधर पुलिस को दिये अपने बयान में राम नरेश ने जो खुलासा किया है, उसके मुताबिक उसका प्रेम काफी दिनों से मन्नू के साथ चल रहा था. प्रेम के दौरान वासना ने कब घर कर लिया, यह दोनों को नहीं पता. इसी बीच इसकी जानकारी राम नरेश के दोस्तों को हुई. तब उन्होंने दोस्ती का वास्ता देते हुए राम नरेश के सामने उसकी प्रेमिका मन्नू के साथ यौन संबंध बनाने की पेशकश की. मामला सेट भी हुआ.
घटना की रात राम नरेश मन्नू के घर में पहुंचा, उसके पहुंचने के थोड़ी ही देर बाद उसके चार दोस्त मन्नू के कमरे में प्रवेश कर गये. सभी ने मिलकर उसके साथ यौन संबंध बनाने की कोशिश की, उसके पूर्व ही राम नरेश वहां से फरार हो चुका था. हालांकि राम नरेश के बयान में कितनी सच्चई है, यह पुलिस पता करेगी. लेकिन मन्नू उसके दोस्तों को देखकर यह समझ गयी कि मन्नू प्यार का नहीं जिस्म का भूखा है.
मन्नू के इंकार करने पर उसकी निर्मम हत्या कर दी गयी. घटना के बाद सभी फरार हो गये. लेकिन राम नरेश 25 दिनों बाद आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया. अभी इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि हत्या के पूर्व उसके दोस्तों ने उसके साथ गलत संबंध बनाया था या नहीं. पुलिस हर बिन्दुओं की जांच कर रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो पायेगा.
* प्रेमी के दोस्तों ने रखा था यौन संबंध का प्रस्ताव
* इनकार करने पर की गयी थी मन्नू की हत्या
* प्रेमी का पूर्व से था यौन संबंध
* पोस्टमार्टम रिपोर्ट का है इंतजार
* 25 दिनों में पुलिस ने किया खुलासा