केआरपी ,प्रखंड: समन्वयक की बैठक जिला मुख्यालय के डीएवी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में हुई .बैठक को संबोधित करते हुए एसआरजी सुनील कुमार द्विवेदी ने कहा कि साक्षर व्यक्ति ही मानव विकास का सर्वोत्तम संसाधन है.
साक्षरता का अर्थ हस्ताक्षर करना या किताब पढ़ना नहीं बल्कि मानवीय मुल्यों को पहचान कर उसके अनुकुल व्यहारों में परिवर्तन लाने में मानव को सक्षम बनाना ही साक्षरता है.ग्रामीणों को आदर्श ग्राम की अवधारणा के अनुरूप समझ विकसित करना मुख्य उदेश्य होना चाहिए .लोगों में खुली शौच न करने ,स्वच्छता के प्रति संवेदनशील बनाने हेतु .
नुक्कड़ नाटक ,लोक गीत,पोस्टर ,एवं बैनर ,दीवार लेखन आदि का व्यापक रूप से कार्य योजना तैयार किया गया.वहीं साक्षर भारत अंतर्गत खोले गये पंचायत लोक शिक्षा केंद्र को सक्षम बनाना होगा.इस ग्राम के सभी 18 से35 वर्ष के उम्र के महिलाओं के सरकारी विकास योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराते हुए प्रशिक्षण दिये जाने का निर्णय लिया गया.इस मौके पर केआरपी साधना कुमारी ,उषा कुमारी ,रामा कुमारी , सबिता कुमारी ,संजय कुमार मिश्र,संतोष कुमार,भानु प्रताप सिंह , जय श्री प्रसाद ,अवधेश मिश्र, आदि मौजूद थे.