* गंडक नदी का जल स्तर बढ़ा
* झमाझम बारिश ने बिगाड़ी शहर की सूरत
गोपालगंज/उचकागांव : झमाझम बारिश से शहर की सूरत बिगड़ गयी है, जहां सड़कों पर मोटरगाड़ी या राहगीर आसानी से एक चौक से दूसरे चौक की सफरकर लिया करते थे, वहीं झमाझम बारिश से शहर की सूरत ही बिगड़ गयी है. सड़कों पर जाम का स्थिति हो जा रही है. लोगों को भी सड़कों पर चलना दुश्वार हो गया है.
कई सरकारी व अर्ध सरकारी दफ्तर भी जलजमाव की चपेट में है. विभागीय कर्मी व पदाधिकारी जैसे तैसे ईंट पर पैर रख कर अपने कार्यालय तक पहुंच रहे हैं. पदाधिकारी तो अपने कार्यो को जल्दी मे ही निबटा कर कार्यालय से निकलना वाजिब मानते हैं. सबसे ज्यादा परेशानी तो ऑफिस और कोचिंग ट्यूशन जाने वाले लोगों की है. लोग पहली ही बारिश में शहर की बदतर स्थिति देख कर काफी परेशान हैं. लोगों का मानना है कि अगर यही स्थिति रही तो सड़कों पर निकलना भी दुश्वार हो जायेगा.
* सिनेमा रोड की स्थिति स्थिति : शहर के सिनेमा रोड की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है.यह रोड जिला मुख्यालय का महत्वपूर्ण रोड है,जो जिले को उत्तर प्रदेश और सीवान से जोड़ती है. सड़क पर छोटे -बड़े वाहनों का आवागमन जारी है. इस सड़क पर भी शहर के बीच जंगलिया चौक और शिक्षा विभाग के समीप सड़क में गड्ढे बन गये हैं. हल्की बारिश में जलजमाव हो जाता है.सड़कों पर कीचड़ और बारिश का पानी फैल जाता है. लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
* जलजमाव से हो रही परेशानी : शहर में आनेवाले हर नया व्यक्ति कमलाराय चौक की पहचान जलजमाव से ही करता है. यहां सालों भर जलजमाव की स्थिति रहती है. हल्की ही बारिश में कमला राय चौक की स्थिति तालाब जैसी बन जाती है. यहां तो इसी जलजमाव के बीच वाहन तो आते जाते रहते हैं, लेकिन दो पहिया वाहन और पैदल राहगीर तो बरसात के दिनों में यह रास्ता छोड़ ही देते हैं. शहर में आनेवाले लोग या तो हजियापुर चौक से शहर में प्रवेश करते हैं या फिर बंजारी चौक से वे कमला राय चौक से शहर में प्रवेश करना अपनी बस की बात नहीं मानते है.
* कीचड़ से पटा कार्यालय व न्यायालय :
जिला मुख्यालय के कई कार्यालय कीचड़ से पटा हुआ है. शहर में नाले की व्यवस्था सही नहीं होने के कारण कई महत्वपूर्ण विभाग के कार्यालय व जिला व्यवहार न्यायालय परिसर भी कीचड़ से पटा हुआ है. जिले का शिक्षा विभाग या व्यवहार में आने जानेवाले हर लोग एक ही बात कहते हैं कि क्या इन कार्यालयों की देखरेख की जिम्मेदारी जिला प्रशासन और नगर पर्षद पर नहीं है.
* सड़क पर बहने लगा नाले का पानी : शहर का थाना चौक पर सड़क पर ही नाले का पानी बहने लगी है. यहां सड़क और नाली का फर्क ही मिट गया है. इस वर्ष की पहली बारिश मे ही शहर की सफाई व्यवस्था की पोल खुल गयी है. शहर की सड़कों पर नाले का पानी बहने लगा है. शहरवासी नगर पर्षद की इस व्यवस्था को लेकर काफी आक्रोशित है.
* बारिश से सफाई व्यवस्था की खुली पोल : उचकागांव में बारिश से मीरगंज नगर पंचायत के विकास एवं सफाई व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. लोगों के घरों में नाले का पानी भर गया है, जिस कारण भोजन के भी लाले पड़ गये हैं. मीरगंज मरछीया चौक के मैनूदीन अहमद ,शाकीर अहमद ,सइद अहमद ,राजू अहमद सहित दर्जनों घरों में नाले का पानी घुस गया. लोगों का कहना है क नगर पंचायत अब पंचायत बनते जा रहा है. नगर में सफाई के नाम पर खानापूर्ति की जाती है. यदि समय- समय पर नाले एवं कचरे की सफाई होती रहती तो शायद आज यह स्थिति नहीं रहती. कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि नगर की सफाई बराबर करायी जा रही है. बरसात के बाद पुन: सफाई करायी जायेगी.