मांझा थाने के भोजपुरवां गांव निवासी नन्हकी सिंह की हत्या साजिश के तहत की गयी. उसे बकाया पैसा देने के बहाने घर से बुला कर वारदात को अंजाम दिया गया. हत्यारा उसका अपना भतीजा निकला. चाकू लगने के बाद नन्हकी सिंह बाइक से अपने घर तक पहुंचा था. अस्पताल में पहुंचने के बाद उसकी मौत इलाज के क्रम में हुई.
उसके साथ एक अन्य युवक घटना के दौरान मौजूद था. गुरुवार को मृतक के भाई राजकिशोर सिंह ने प्राथमिकी दर्ज करायी, जिसमें भतीजा मुन्ना सिंह और बबलू सिंह को पुलिस ने नामजद किया है. दोनों आरोपित भोजपुरवां गांव के निवासी हैं. घटना के बाद से ही फरार हैं. गुरुवार की शाम कड़ी सुरक्षा के बीच शव का दाह-संस्कार किया गया. एएसपी ने हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम का गठन किया. इधर, पुलिस ने हत्यारों की तलाश में छापेमारी शुरू दी है.
आपराधिक रहा नन्हकी का इतिहास
नन्हकी सिंह का इतिहास आपराधिक था. कुचायकोट, मांझा और नगर थाना समेत कई थानों में इसके खिलाफ केस दर्ज थे. हालांकि कई मामलों में कोर्ट से जमानत भी हो चुका है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मृतक नन्हकी सिंह पर वाहन लूट, रंगदारी और हत्या के मामले थाने में दर्ज थे. कई मामलों में जेल भी जा चुका है. परिजनों के अनुसार, उसने लकड़ी का कारोबार करने के लिए लाइसेंस भी ले लिया था. तब तक उसकी हत्या कर दी गयी.
पैसे के लेन-देन का था विवाद
भोजपुरवां गांव निवासी नन्हकी सिंह का विवाद भतीजा मुन्ना सिंह व बबलू सिंह के साथ पैसे की लेन-देन को लेकर चल रहा था. नन्हकी सिंह ने अपनी बाइक उनसे बेची थी. इसके अलावा उसने 80 हजार रुपये और मकान की सेंट्रिंग का सामान दिया था. रुपया और सामान वापस करने को लेकर विवाद कुछ दिनों से चल रहा था. बुधवार की रात नन्हकी को फोन कर घर से बाहर पैसा देने के लिए ही बुलाया गया था. मुन्ना सिंह के घर के समीप चाकू मार कर हत्या कर दी गयी.
जेल से आया था सात माह पहले
आपराधिक मामले में कई साल तक नन्हकी सिंह जेल में रहा. सात माह पहले कोर्ट से जमानत होने पर बाहर निकला था. मृतक के भाई राजकिशोर सिंह के अनुसार, वह अपराध की दुनिया से अलग हो चुका था. भतीजे का घर बनाने के लिए पैसा और बिल्डिंग मेटेरियल का सामान देना उसके लिए काल बन गया.रुपया मांगने पर उसकी चाकू मार कर हत्या कर दी गयी.