गया: औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र के गांवों की स्थिति काफी दयनीय है. भारत सरकार द्वारा चलायी जा रहीं योजनाएं का लाभ जरूरतमंद लोगों तक सही रूप में नहीं पहुंच रहा है. ये बातें बुधवार को गया जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय (राजेंद्र आश्रम) में कांग्रेस-राजद की संयुक्त बैठक में केरल के पूर्व राज्यपाल व औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी निखिल कुमार सिंह ने कहीं.
श्री कुमार ने कहा कि चुनाव में जीत के बाद अधूरी योजनाओं को शीघ्र पूरी करने की कोशिश करेंगे. नीतीश कुमार के शासनकाल में प्रदेश में एक भी उद्योग नहीं लगे. प्रदेश के विकास के लिए रोजगार बढ़ाने की जरूरत है. इसके लिए पूंजी निवेश व युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि उन्हें काफी खुशी है कि गया में केंद्रीय विश्वविद्यालय खुला है. इस शुरू करवाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. उन्होंने कहा कि औरंगाबाद की 25 पंचायतों में सिंचाई बारिश के भरोसे है. जरूरत है जलाशयों के निर्माण कर बारिश न होने की स्थिति में भी पानी मुहैया कराने की. उन्होंने कहा कि औरंगाबाद के नवीनगर में थर्मल पावर के निर्माण का कार्य प्रगति पर है. उन्होंने कांग्रेस व राजद नेताओं से चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए चर्चा की और सभी से समर्थन देने की अपील की.
सांप्रदायिक शक्तियों को हरायें : रामजी मांझी: गया संसदीय क्षेत्र में राजद उम्मीदवार रामजी मांझी ने कहा कि गया व औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र में जीत दर्ज करने के लिए दोनों पार्टी के नेताओं को एकजुट होने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार द्वारा विशेष राज्य का दर्जा मांगना दिखावा है. बिहार को विशेष पैकेज की जरूरत है. उन्होंने मौजूद नेताओं से सांप्रदायिक शक्तियों को हराने की अपील की.
बैठक में जिला कांग्रेस अध्यक्ष चिराउद्दीन रहमानी, प्रदेश प्रतिनिधि सह मीडिया प्रभारी रजनीश कुमार, शिवशंकर प्रसाद, संजय कुमार सिंह, शंकर सिंह, राज कपूर गुप्ता, कृष्ण कुमार गुप्ता, गिरेंद्र कुमार, पंकज पासवान, वीरेंद्र कुमार, बांके खान, सकल देव चंद्रवंशी, पूर्व विधायक विनोद कुमार यादवेंदु, शिववचन यादव, इंटक नेता अशोक सिंह समेत दोनों पार्टी नेता मौजूद थे.