विभागाध्यक्ष प्रो श्रीवास्तव ने जीएसटी को ऐतिहासिक, क्रांतिकारी व व्यापक सुधार वाला कदम बताया. उन्होंने कहा कि जीएसटी से उत्पादकों, व्यापारियों, उद्यमियों, थोक व खुदरा व्यापारियों के साथ-साथ उपभोक्ताओं को काफी लाभ मिलेगा. वक्ताओं ने कहा कि जीएसटी से देश की वित्तीय स्थिति, प्रबंधन व प्रशासन में सकारात्मक सुधार होगा.
इससे तीव्र, त्वरित, संतुलित, सतत व समावेशी विकास होगा. उत्पादन की लागत में कमी होगी जिससे मांग में वृद्धि के साथ ही निवेश भी व्यापक स्तर पर प्रोत्साहित होगा. सेमिनार में अर्थशास्त्र व श्रम एवं समाज कल्याण विभाग के शिक्षक,पीजी के स्टूडेंट्स व पीएचडी कोर्स वर्क करने वाले छात्र-छात्राएं शामिल हुए. सेमिनार में प्रोफेसर आरपी सिंह, प्रोफेसर बीके डे व डॉ देवेंद्र कुमार ने भी जीएसटी पर विचार प्रस्तुत किये.