बोधगया: मानव व्यापार पर रोक लगाने के लिए शुक्रवार से दो दिवसीय सरकारी अधिकारियों व पंचायत प्रतिनिधियों की कार्यशाला आयोजित हुई. इसमें मानव व्यापार पर लगाम लगाने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका को अहम बताया गया.
यह कार्यशाला लक्ष्य संस्था द्वारा यूएन वूमन व इंपैक्ट के सहयोग से आयोजित किया गया था. कार्यशाला में बताया गया कि बोधगया के बकरौर व वजीरगंज के दखिनगांव पंचायत के तीन-तीन गांवों के 1268 घरों का सर्वे किया गया. इन गांवों में 18 साल से कम उम्र के 1168 किशोर मिले.
इनमें से 59 बच्चे पिछले तीन वर्षो में काम के तलाश में पलायन पाये गये. 1268 परिवारों में कम उम्र में 152 बच्चियों की शादी कर दी गयी जबकि, 18 साल से कम उम्र की नौ लड़कियां व 22 लड़के लापता हैं. इसी तरह मानव व्यापार व बाल मजदूरी के ठिकाने, दलालों व कार्यस्थलों (होटल, घर, ईंट भट्ठा व छोटे-छोटे उद्योगों) के बारे में जानकारी उपलब्ध करायी गयी. इस दौरान लक्ष्य के निदेशक मनोज कुमार द्वारा निर्देशित डाक्यूमेंटरी फिल्म ‘जाल’ को भी दिखाया गया.
कार्यशाला में लक्ष्य के निदेशक मनोज कुमार, इंपैक्ट से फारूख व मनीष सबरवाल सहित जिला पार्षद अजय कुमार सिंह, मुखिया अनूप यादव, शंकर प्रसाद, भोला दास, जमुआवां के मुखिया मोहम्मद साबिर हुसैन, पंचायत समिति सदस्य जाकिर हुसैन, वजीरगंज की सीडीपीओ नीता नारायण, बाल संरक्षण इकाई (डीसीपीयू) की मंजूषा कुमारी, सुगंधा शर्मा, रेस्क्यू जंक्शन की सुनीता शर्मा, प्रखंड राजद अध्यक्ष राहुल कुशवाहा, जन जागरण के अध्यक्ष उदय कुमार सिंह, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी रंग बहादुर सिंह सहित लक्ष्य के रितू प्रिया, मनोज कुमार, मोहम्मद नौशाद सहित अन्य शामिल हुए.