बोधगया: गैर-कानूनी तरीके से संदिग्ध सामान से भरे बैगों को गया एयरपोर्ट से बाहर निकालने के मामले को कस्टम विभाग ने गंभीरता से लिया है. इसकी छानबीन में कस्टम विभाग, पटना के अधिकारी जुट गये हैं. इधर, मगध डीआइजी रत्न संजय व गया एसएसपी गरिमा मलिक के निर्देश पर पुलिस की एक टीम भी मामले की जांच कर रही है. लेकिन, आरोपित एयरपोर्ट प्रवेश टिकट के ठेकेदार विनोद सिंह को गिरफ्तार करने में पुलिस को अब तक सफलता नहीं मिली है. हालांकि, पुलिस की टीम ठेकेदार को गिरफ्तार करने के लिए उसके ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है.
सुपरविजन रिपोर्ट के इंतजार में पुलिस की टीम: कस्टम अधीक्षक कंचन चटर्जी द्वारा रुपये देकर गया एयरपोर्ट से संदिग्ध बैगों को बाहर करने के मामले में मगध मेडिकल थाने में दर्ज कांड संख्या 16/16 की जांच में जुटी पुलिस की टीम सुपरविजन रिपोर्ट का इतंजार कर रही है. सुपरविजन रिपोर्ट में मिलनेवाले निर्देशों के आलोक में इस मामले में आगे की कार्रवाई की जायेगी. पुलिस सूत्र बताते हैं कि डीआइजी रत्न संजय ने खुद इस मामले में पर्यवेक्षण टिप्पणी इश्यू करने का आदेश जारी किया है.
हालांकि, अब तक यह नहीं स्पष्ट हो पाया है कि इस कांड की सुपरविजन रिपोर्ट डीएसपी रैंक के अधिकारी निकालेंगे या एसपी रैंक के. लेकिन, उम्मीद है कि एक-दो दिनों में इस बिंदू पर भी निर्णय हो जायेगा. गौरतलब है कि मगध मेडिकल थाने के इंस्पेक्टर लालबिहारी पासवान ने गया एयरपोर्ट के कस्टम अधीक्षक कंचन चटर्जी, कस्टम हवलदार गंगा दयाल प्रसाद, कस्टम कर्मचारी नंदकुमार वर्मा, ठेकेदार विनोद सिंह व उनकी पत्नी के विरुद्ध एफआइआर विगत दो फरवरी को दर्ज कराया था.