गया: धर्म के नाम पर मुसलमानों को बरगला कर धर्म के स्वयंभू ठेकेदारों द्वारा गलत राह दिखायी जा रही है. इसलाम धर्म ने कभी भी आतंकवाद या किसी क्रूरता का समर्थन नहीं किया है. जरूरत है इसके प्रति जागरूकता फैलाने की. ये बातें शिया मसजिद के इमाम सैयद तसलीम रकवा ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहीं.
इमाम ने कहा कि मुसलमानों के लिए सबसे सुरक्षित देश भारत है. आज एक ओर जहां इसलामी देशों में दमन व आतंकवाद के खिलाफ बोलने पर मौत के घाट उतार दिया जाता है, वहीं भारत में हमें अपने धर्म के प्रति आस्था रखने व विचारों को व्यक्त करने की आजादी दी गयी है. उन्होंने कहा कि सऊदी अरब में शिया धर्मगुरु को तानाशाह शासक द्वारा मौत के घाट उतार दिया जाता है. उनकी हत्या के बाद लोगों में भ्रम फैलाया जाता है कि शिया से मक्का मदीना पर खतरा है.
जबकि, सच्चाई यह है कि आज मुसलमान इन धर्म के ठेकेदारों से तंग आ गये हैं और इनसे निजात पाना चाहते हैं. धर्मगुरु की हत्या के विरोध में शिया मुसलमानों द्वारा शिया मसजिद से टावर चौक तक कैंडल मार्च निकाला गया. टावर चौक के पास प्रशासनिक अधिकारी को मांगपत्र सौंपा गया. इस मौके पर अधिवक्ता सैयद हुसैन रजा काजमी व मेहंदी हसन आदि मौजूद रहे.