गया: आमस थाना क्षेत्र के करमाइन गांव में 29 नवंबर को सरेआम एक सब-इंस्पेक्टर द्वारा बेकसूरों की पिटाई करने व अभद्र व्यवहार के मामले को लेकर गांववालों ने मोरचा खोल दिया है. गांव के 101 लोगों ने एसएसपी निशांत कुमार तिवारी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है.
इस संबंध में गांव के राजेंद्र साव, कामता पासवान, द्वारिका पासवान, अजय कुमार, विशुनदेव यादव, मनोज यादव, सीताराम पासवान, संजय दास, राम प्रीत यादव, मनीष यादव, विलास पासवान, तारो देवी, ललिता देवी, सुनीता देवी, मीणा देवी, कविता देवी, आशा देवी, पिंटू कुमार, नारायण यादव, उमेश भुइंया, महेश यादव, क्रांति देवी, राजरानी देवी, जगिया देवी, प्रतिमा देवी, नीरु दास सहित अन्य ने बताया है कि गांव के कुछ लोग उग्रवादियों से संबंध रखते हैं और घायल उग्रवादियों का इलाज भी करते हैं. उग्रवादियों का इलाज करने का गांववालों ने विरोध किया.
इसी मामले को लेकर कुछ लोगों ने डायन कह कर महिला को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत की थी. इन्हीं लोगों के इशारे पर सब-इंस्पेक्टर ने अपनी वरदी का रोब दिखा कर गांव आये व घर में घुस कर महिलाओं के साथ गाली-गलौज और अभद्र व्यवहार किया. साथ ही मारपीट भी की. पुलिस की पिटाई से उमेश भुइंया, सीमाराम पासवान, बसंती देवी, संजय साव सहित अन्य लोग घायल हो गये थे. गांववालों ने एसएसपी से इस मामले की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की.