गया: आंती थाने के चबुरा गांव के भूषण शर्मा उर्फ विपिन शर्मा के घर से भाकपा-माओवादी के एरिया कमांडर कमलेश यादव उर्फ टकल जी, माओवादी संजय यादव व सुबोध सिंह उर्फ सुबोध शर्मा को बुधवार को एसएसपी कार्यालय लाया गया. वहीं, चबुरा गांव से ही गिरफ्तार हुए कोंच थाने के भिखनपुर गांव के रहनेवाले सुजीत यादव से पुलिस ने कई बिंदुओं पर पूछताछ की. पुलिस द्वारा कई थानों में नक्सलियों के रेकॉर्ड भी खंगाले गये, लेकिन, सुजीत के नक्सली होने की पुष्टि नहीं हुई.
पुलिस उसे बुधवार की सुबह मुक्त कर दिया. इधर, एरिया कमांडर कमलेश यादव उर्फ टकल जी, माओवादी संजय यादव व सुबोध सिंह उर्फ सुबोध शर्मा के कई चर्चित नक्सली घटनाओं में शामिल होने का खुलासा हुआ है. एसएसपी ने बताया कि पुलिस व नक्सली मुठभेड़ में घायल हुए अपने साथियों का इलाज एरिया कमांडर कमलेश यादव किया करता था. पिछले महीने जहानाबाद से गिरफ्तार हुए शिवजी धोबी उर्फ त्यागी जी का भी इलाज कमलेश ही करता था. एक तरह से वह नक्सलियों का डॉक्टर था. कमलेश वर्ष 2010 से नक्सली आशुतोष की टीम का सक्रिय सदस्य रहा. कोंच के खैरा के रहनेवाले माओवादी उमेश यादव की गिरफ्तारी के बाद संगठन के कामकाज की जिम्मेवारी कमलेश ने अपने कंधों पर ले ली. कमलेश ने अपने साथियों के साथ मिल कर खैरा गांव के रामाशीष समेत कई लोगों की हत्या भी की है.
कमलेश के विरुद्ध कोंच थाने में कांड संख्या 91/11, 150/11, 135/13 व 146/14 दर्ज हैं. एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार माओवादी संजय यादव भी जोनल कमांडर विपिन शर्मा के साथ सक्रिय रहा है. वह कोंच थाने क्षेत्र में हुए नक्सली कांड, तेजाब कांड व गांववालों के साथ मारपीट के मामले में जेल जा चुका है. संजय के विरुद्ध कोंच थाने में कांड संख्या 72/05 व 241/13 दर्ज हैं.
23 वर्षो से फरार था सुबोध : एसएसपी ने बताया कि पुलिस के हत्थे चढ़ा सुबोध सिंह पिछले 23 वर्षो से फरार चल रहा था. इसके विरुद्ध वर्ष 1992 में धारा-306 व आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी (कांड संख्या-52/92) दर्ज की गयी थी. मामले की जांच के दौरान उसके विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था.