बोधगया: मगध विश्वविद्यालय (एमयू) मुख्यालय व विभिन्न कॉलेजों के छात्र-छात्रओं की सहूलियत को ध्यान में रख कर एमयू कैंपस में करीब एक करोड़ की लागत से छात्र सूचना केंद्र (स्टूडेंट्स इन्फॉरमेशन सेंटर) का निर्माण कराया गया है. इसके माध्यम से विभिन्न कार्यो से विश्वविद्यालय आनेवाले छात्र-छात्रओं को सूचनाएं उपलब्ध करायी जायेंगी.
उनके आवेदन जमा कराये जायेंगे. इससे छात्र-छात्रओं को यह फायदा होगा कि उन्हें अपने अलग-अलग कार्यो के लिए विभिन्न शाखाओं के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे व बाबुओं की चिरौरी नहीं करनी पड़ेगी. कुलपति प्रो एम इश्तियाक ने पदभार संभालते ही सबसे पहले छात्र-छात्रओं के बैठने की जगह व छात्र सूचना केंद्र बनाने का निर्णय लिया था. कुलपति ने कहा था कि प्रशासकीय भवन के विभिन्न फ्लोरों (तल्ले) पर अलग-अलग शाखाओं का संचालन किया जा रहा है. परीक्षा शाखा तीसरे तल्ले पर है, तो रजिस्ट्रेशन शाखा ग्राउंड फ्लोर पर. इसके साथ ही अन्य कार्यो के लिए भी छात्र-छात्राओं को प्रशासकीय भवन में चक्कर काटते देखा जाता है.
उन्हें सही जानकारी नहीं होने के कारण भटकना भी पड़ता है. इससे निजात पाने के लिए एक ही भवन में विभिन्न काउंटर खोल कर छात्र-छात्रओं को सही जानकारी व आवेदन आदि जमा कराने की प्रक्रिया शुरू करायी जाये. इसी के तहत करीब एक करोड़ खर्च कर छात्र सूचना केंद्र बनाया गया है. भवन बन कर तैयार है, लेकिन अब तक उद्घाटन नहीं हो सका है और छात्र-छात्रओं को केंद्र से सूचना मिलने का इंतजार है.
बिजली विभाग को दिया गया है आवेदन
एमयू के अभियंता रमेश प्रसाद सिंह ने बताया कि छात्र सूचना केंद्र बनाने में लगभग एक करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. सूचना केंद्र में कंप्यूटर, पंखे आदि लगाने के लिए बिजली का मीटर लगाया जाना है. इसके लिए बिजली विभाग को आवेदन किया गया है. मीटर लगने के बाद उसका उद्घाटन कराया जायेगा व छात्र-छात्रओं को सहूलियत होने लगेगी.
समय की बरबादी
छात्र संघ के सचिव दीपक कुमार ने कहा कि करोड़ों रुपये की लागत से बनाये जानेवाले छात्र-सूचना केंद्र को जल्दी शुरू नहीं किया जाना समय की बरबादी है. एमयू प्रशासन को चाहिए कि इसे जल्द से जल्द शुरू करा दें, ताकि छात्र-छात्रओं को सुविधा मिल सके.
एमयू प्रशासन की लापरवाही
युवा शक्ति के जिला अध्यक्ष भवानी सिंह ने कहा कि करोड़ों रुपये खर्च कर छात्रओं की सुविधा मुहैया कराने का प्रयास जब तक सतह पर नहीं उतरेगा, तब तक उसका कोई औचित्य नहीं है. एमयू प्रशासन की लापरवाही के कारण सूचना केंद्र शुरू होने में देर हो रही है. इसे हर हाल में अविलंब शुरू होना चाहिए, ताकि छात्र-छात्रओं की परेशानी कम हो सके.