गया/मानपुर: पटना से आयी बिजली विभाग की एसटीएफ की टीम ने बुधवार को सिविल लाइंस व मुफस्सिल थाना क्षेत्र में छापेमारी की. इस दौरान एसटीएफ ने बिजली विभाग के कर्मचारी को ही बिजली की चोरी करने के मामले का खुलासा किया. एसटीएफ की इस कार्रवाई से विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया.
जानकारी के अनुसार, एसटीएफ ने सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के नादरागंज मुहल्ले में स्थित विद्युत आपूर्ति प्रमंडल, गया कार्यालय में प्रधान लिपिक के पद पर कार्यरत कुमुद शेखर सिन्हा के दो घरों और पड़ोस में स्थित उनके चाचा त्रिपुरारि शरण के आवास पर छापेमारी की. इन तीनों घरों में बिजली की चोरी की जा रही थी. एसटीएफ टीम में शामिल विद्युत कार्यपालक अभियंता वीरेंद्र कुमार चौधरी, सहायक विद्युत अभियंता अविनाश गौरव सहित अन्य अधिकारियों ने तीनों घरों में बिजली के कनेक्शन का बारीकी से निरीक्षण किया. टीम के सदस्यों ने पाया कि प्रधान लिपिक के एक ही स्थान पर स्थित दो घरों में मीटर बाइपास कर बिजली की चोरी की जा रही थी.
इसी प्रकार, उनके चाचा त्रिपुरारि शरण के आवास पर एक लाख 21 हजार बिजली बिल बकाया रहने के कारण 15 जुलाई, 2013 को बिजली कनेक्शन काट दिया गया था, लेकिन इसके बाद वह टोका फंसा कर बिजली की चोरी की जा रही थी. एसटीएफ द्वारा छापेमारी करने की घटना की जानकारी मिलते ही नादरागंज मुहल्ले में हड़कंप मचा गया. इस कार्रवाई के बाद एसटीएफ की टीम बिसार तालाब के पास स्थित बिजली विभाग के कार्यालय पहुंची और इन दोनों के बिजली कनेक्शन से संबंधित कागजात की छानबीन की. इस घटना की जानकारी मिलते ही कार्यपालक विद्युत अभियंता (गया शहर) विनोद प्रजापति, सहायक विद्युत अभियंता धीरेंद्र कुमार, सहायक विद्युत अभियंता सहित अन्य अधिकारी भी वहां पहुंच गये. एसटीएफ की टीम के सदस्यों ने इन अधिकारियों के साथ कई बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया.
इस छापेमारी को लेकर एसटीएफ के अधिकारियों ने प्रधान लिपिक कुमुद शेखर सिन्हा के विरुद्ध 1,49,914 रुपये का जुर्माना करते हुए सिविल लाइंस थाने में दो प्राथमिकियां दर्ज करायी. साथ ही इनके चाचा पर 1,15,180 रुपये का जुर्माना लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी.