सम्मेलन के आयोजन सचिव डॉ प्रो श्रीप्रकाश सिंह ने बताया कि सम्मेलन में पहले दिन कूल्हे के टूटने व उसके प्रत्यारोपण पर चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि अब युवाओं में कूल्हे टूटने की शिकायत बढ़ गयी है. अमूमन वृद्धावस्था में हड्डी की दुर्बलता (ऑस्टियोपोरोसिस) के कारण कूल्हे का टूटना आम है.
वहीं, कूल्हे के प्रत्यारोपण की जरूरत गठिया के कारण होती है. श्री सिंह ने बताया कि सम्मेलन वाराणसी से प्रो गोयल, मुंबई से डॉ परिहार व रामप्रभु, कोलकाता से डॉ राजीव, पटना से जॉन व आशीष समेत देश भर से डॉक्टर शामिल होंगे. साथ ही, पैरों में जन्म से टेढ़ापन विषय पर दिल्ली के डॉ मैथ्यू द्वारा छोटे ऑपरेशन व प्लास्टर के जरिये इसके इलाज पर चर्चा की जायेगी.