गया: कादंबिनी क्लब के तत्वावधान में प्रेमचंद जयंती समारोह पर रविवार को एपीआइ भवन में अंतर विद्यालय भाषण व निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गयी. इस मौके पर सफल प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया है. इस अवसर पर भारतीय राजस्व सेवा के उप आयुक्त (आयकर विभाग) सौरभ कुमार राय ने कहा कि प्रेमचंद साहित्य में शहर व गांव का यथार्थ चित्रण है. उन्होंने कहा कि शहर और गांव में मनुष्यता देखने की कला साहित्य है. इधर, डॉ राम कृष्ण मिश्र ने कहा कि प्रेमचंद की साहित्य द्वंद्व पर खड़ा है. इनमें जीना विकास की बड़ी पहचान है. हालांकि द्वंद्व का स्वरूप समय पर बदलता रहा है.
इस अवसर पर डॉ राधानंद सिंह ने कहा कि प्रेमचंद नहीं होते तो परिस्थिति दूसरी होती. साहित्य व राजनीति समझने के लिए प्रमेचंद को पढ़ना होगा. साथ ही डॉ पीएन राय ने प्रेमचंद और प्रसाद की तुलनात्मक चर्चा की .
क्रेन मेमोरियल स्कूल की छात्र अदिति ने कहा कि उनकी रचना मानवीय मूल्यों पर आधारित है. नाजरथ अकादमी की प्राची ने कहा कि प्रेमचंद साहित्य पानी के वहाब की तरह है. समारोह की अध्यक्षता डॉ एएन राय तथा संचालन डॉ केके नारायण ने किया. इस अवसर पर डॉ सच्चिदानंद प्रेमी, कुंदन कुमार समेत कई मौजूद थे.
इधर, निबंध प्रतियोगिता में शिव वारसी (सकेंड्री डीपीएस स्कूल )प्रथम, सिदरा फातमा-नाजरथ स्कूल, राकेश राज, ज्ञान भारती, कैंट एरिया, भास्कर प्रकाश-डीएवी पब्लिक स्कूल, द्वितीय, अंकुर रंजन-डीएवी मेडिकल व भानु प्रताप रंजन- ज्ञान भारती स्कूल, कैंट एरिया ने तृतीय स्थान प्राप्त किया. साथ ही भाषण प्रतियोगिता में सौम्या श्रेया-नाजरथ स्कूल, अदिति – क्रेन स्कूल-प्रथम, श्यामा रानी -जयहिंद स्कूल, प्राची-नाजरथ स्कूल द्वितीय, रूपम रूपाली जयहिंद स्कूल व अंजलि शर्मा-डीएवी कैंट तृतीय स्थान रहे.