गया: गया कॉलेज में महिला छात्रवास के वार्डन व वोकेशनल कोर्स के मामले देख रहे सेवानिवृत्त शिक्षक डॉ नागेंद्र प्रसाद (एनपी) सिन्हा को हटाने की मांग जायज नहीं है. उनकी नियुक्ति कॉलेज की आंतरिक व्यवस्था का हिस्सा है. इसमें बाहरी हस्तक्षेप ठीक नहीं है. ये बातें गया कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ विनोद कुमार सिंह ने कहीं. जहां तक कॉलेज प्रशासन से छात्रों की समस्याओं के बाबत शिकायत का सवाल है, छात्र संघ से जुड़े प्रतिनिधि अपनी बातें रख सकते हैं. डॉ सिंह के मुताबिक, कुछ बाहरी तत्व खुद को छात्र संघ से जुड़ा बता कर कॉलेज के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप की कोशिश कर रहे हैं, जो उचित नहीं है.
श्री सिंह ने बताया कि पूर्व प्रधानाचार्य ने विश्वविद्यालय के आदेश पर डॉ सिन्हा को मानदेय पर नियुक्त किया था. राज्य सरकार भी सेवानिवृत्त लोगों के अनुभव का लाभ लेने की व्यवस्था को सही मानती है. ऐसे लोगों को वेतन भी कम देना पड़ता है. ऐसे लोग अनुभवी होने के चलते बेहतर काम कर पाते हैं.
डॉ सिंह ने कहा कि अभी नामांकन की प्रक्रिया चल रही है. इसमें गड़बड़ी फैलाने के लिए बाहरी तत्व ऐसे हथकंडे अपना रहे हैं. उन्होंने छात्रों को सचेत करते हुए कहा है कि वे किसी के बहकावे में न आयें. प्रधानाचार्य डॉ श्रीकांत शर्मा ने कहा है कि किसी छात्र को कोई समस्या है, तो वह पहले छात्र संघ के प्रतिनिधि से संपर्क करे और फिर प्रतिनिधि कॉलेज प्रबंधन के सामने अपनी बात रखें. इधर, कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष नितिन कुमार ने कहा है कि छात्रों से जुड़ी किसी भी समस्या से संबंधित आवेदन पहले संघ के कार्यालय में देना होगा. इसके बाद विचार कर कॉलेज प्रशासन के सामने ऐसेआवदेन रखे जायेंगे.