* और हाइटेक हुए माओवादी, बढ़ी पुलिस की चिंता
* कांबिंग ऑपरेशन के दौरान बरामद हुआ पेपर बम
।। रोशन कुमार ।।
गया : अब माओवादी हाइटेक टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर रहे हैं. पुलिस पर हमला करने के लिए माओवादियों ने पेपर बम का प्रयोग करना शुरू कर दिया है. इसका खुलासा होने के बाद गया पुलिस की नींद उड़ गयी है. पुलिस अधिकारी चिंतित हैं कि माओवादियों को कहां से हाइ टेक्नोलॉजी की सुविधा मुहैया करायी जा रही है.
एसएसपी गणोश कुमार ने शनिवार को बताया कि दो मई को इमामगंज थाने के असुराइन जंगल में कांबिंग ऑपरेशन के दौरान पहाड़ी इलाके में माओवादियों के ट्रेनिंग कैंप का खुलासा किया गया. वहां एक गुफा में छिपा कर रखे गये 20-20 किलो का 19 सिलिंडर बम सहित भारी मात्र में विस्फोटक पदार्थ व दैनिक वस्तुएं बरामद की गयीं. इनमें सादा पेपर का एक बंडल मिला.
पहले तो यह कागज का बंडल प्रतीत हुआ, लेकिन जांच के दौरान उसे पेपर बम पाया गया. माओवादियों ने हाइ टेक्नोलॉजी का प्रयोग करते हुए पेपर बम लगाने की शुरुआत की है. इस मामले को काफी गंभीरता से लिया गया है. उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और मुख्यालय को इससे अवगत करा दिया गया है.
पुलिस पर हमला करने के लिए माओवादी पहले सुतली बम का प्रयोग किया करते थे. उसके बाद वे केन बम, प्रेशर कुकर बम, पाइप बम और सिलिंडर बम का प्रयोग करने लगे. अब वे पेपर बम का इस्तेमाल करने लगे हैं.
* क्या है पेपर बम : सीआरपीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि सादे कागज के कई परतों के बीच विस्फोटक पदार्थो का लेप लगा कर इसे किताब के जैसा बना दिया जाता है. ताकि पुलिस इसे नक्सली साहित्य समझ कर खोले. खोलने के साथ ही पेपर बम के अंदर लगाये गये बैटरी व तार के माध्यम से विस्फोट हो जाता है.