बांकेबाजार: इमामगंज-शेरघाटी मुख्य सड़क पर आमस थाने के कुड़ासिन गांव के पास शनिवार को सड़क हादसे की शिकार चार वर्षीया रोजी खातून के शव को बांकेबाजार के ताराडीह-सगहा पहाड़ी के पास स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया.
मौके पर उपस्थित सैकड़ों लोगों ने अल्लाह से उसकी आत्मा की शांति की दुआ मांगी. इस हृदय विदारक घटना को देख वहां उपस्थित लोग काफी मायूस थे. उनकी आंखों से आंसू थम नहीं रहे थे. उस राह से गुजर रहे राहगीर भी कुछ देर के लिए वहां रुक कर दु:ख की इस घड़ी में पीड़ित परिजनों को सांत्वना देते नजर आये.
गौरतलब है कि इस हादसे में रोशनगंज थाने के ताराडीह के रहनेवाले मोहम्मद इमरोज खान की पत्नी शमीमा खातून अब भी पीएमसीएच में मौत से जूझ रही है. इसी हादसे में शनिवार मोहम्मद इमरोज की बेटी गुड़िया व सास सबीहा खातून की मौत हो गयी थी. सोमवार को पटना में इलाज के दौरान रोजी की मौत हो गयी थी. इन तीनों को एक ही कब्रिस्तान में अलग-बगल ही सुपुर्द-ए-खाक किया गया है. इस मंजर को देख कर लोगों की आंखों भर गयी. इस दु:खद घड़ी में चौक-चौराहों पर पूरे दिन चर्चा होती रही.