* जिला प्रशासन व व्यवसायियों की बैठक में नहीं निकला कोई नतीजा
बोधगया : बोधगया में शनिवार को जिला प्रशासन व स्थानीय दुकानदारों के बीच दुकानों के स्थानांतरण को लेकर बैठक हुई. बीटीएमसी कार्यालय में हुई बैठक में प्रशासन द्वारा महाबोधि शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की दुकानों को नोड–वन में शिफ्ट करने को कहा गया.
इस पर दुकानदारों ने प्रशासन को कई प्रस्ताव दिये. इसमें एक दुकानदार ने कहा कि दुकानों को स्थानांतरित किये जाने की स्थिति में जो किराया महाबोधि शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की दुकानों के बदले देते आ रहे हैं, नोड वन की दुकानों का किराया भी उतना ही देंगे. दूसरे दुकानदार ने कहा कि नोड वन में दुकानों को शिफ्ट करने के बाद जितने दिनों तक व्यवसाय नहीं होगा, उतने दिनों तक सरकार हमारे भरण–पोषण के लिए बेरोजगारी भत्ता का भुगतान करे.
एक सदस्य ने प्रशासन को सलाह दी कि जय प्रकाश उद्यान की चहारदीवारी से सटा कर दुकानें बना कर दी जायें. बैठक में कुछ सदस्यों ने इस मसले पर रमजान के बाद विमर्श करने को कहा, तो कई सदस्यों ने किसी भी कीमत पर महाबोधि शॉपिंग कॉम्प्लेक्स से दुकानों को नहीं हटने देने की भी बात भी कही.
उधर, प्रशासन ने दुकानदारों से कहा है कि नोड–वन में खाली दुकानों में शिफ्ट करने के लिए ‘पहले आओ–पहले पाओ’ के तर्ज पर पसंदीदा दुकानें आवंटित की जायेंगी. साथ ही 15 दिनों के भीतर सभी जरूरी सुविधाएं भी बहाल कर दी जायेगी. पर, फिलहाल दुकानदार संगठन प्रशासन की बात से सहमत नहीं हैं.
जिला प्रशासन की ओर से एडीएम राम विलास पासवान, एसडीओ मकसूद आलम, पर्यटन विभाग से टुरिस्ट कॉम्प्लेक्स के प्रबंधक अजय कश्यप व बोधगया नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी एसके मिश्र शामिल थे. दुकानदारों का प्रतिनिधित्व नंद किशोर प्रसाद मिडियम, हसीमूल हक, राकेश कुमार, महेंद्र प्रताप सिंह, अजगर व चुन्नु जी ने किया.
कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि दुकानदारों की मांग से डीएम को अवगत कराया जायेगा. गौरतलब है कि सात जुलाई को महाबोधि मंदिर में हुए बम विस्फोट के बाद से समीप स्थित महाबोधि शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की दुकानों को बंद करा दिया गया है व अब उसे नोड वन में शिफ्ट करने को कहा जा रहा है.