गया: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी), फतेहपुर में मरीजों को बांटी जाने वाली दवाइयां जलाने का खुलासा हुआ है. जानकारी के अनुसार, पीएचसी परिसर में एक सप्ताह से दवाइयां जलायी जा रही थीं. इनमें कई दवाइयां काफी कीमती हैं. इन दवाइयों की कीमत लाखों में बतायी जा रही हैं.
इस मामले को स्वास्थ्य विभाग ने गंभीरता से लिया और इसकी जांच के लिए मंगलवार को सिविल सजर्न कृष्ण बल्लभ प्रसाद सिंह को पीएचसी भेजा गया. सीएस ने यहां पहुंच कर दवा जलाये जाने के विभिन्न पहलुओं पर पीएचसी प्रभारी डॉ अशोक कुमार सिंह व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों से पूछताछ की.
इसके बाद उन्होंने गड़बड़ी की आशंका को लेकर दवा स्टोर रूम को सील कर दिया. सीएस ने पीएचसी परिसर में जिस स्थान पर दवा को जलाया गया, वहां पहुंच कर स्थल का निरीक्षण किया. उन्होंने भी दवा को जलते हुए देखा, जिसका मोबाइल से फोटो भी लिया गया.
सीएस अपने साथ कुछ जले हुए दवा के नमूने भी ले गये. सीएस के बाद ड्रग इंस्पेक्टर भी पीएचसी पहुंचे और दवा जलाये जाने के मामले की जांच की. इस मामले में सीएस ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. सूत्रों के अनुसार, 15-20 दिनों पूर्व भी अस्पताल से तीन-चार बोरियों में दवा को भर कर उसे मायापुर गांव में ले जाकर भी जलाया गया था.