गया: माओवादियों से मुकाबला करनेवाले एएसपी (नक्सल) की जिम्मेवारी बढ़ा दी गयी है. अब इनके नेतृत्व में जिले के अपराधियों के विरुद्ध ऑपरेशन चलाया जायेगा. मगध प्रमंडल के पांचों जिलों में तैनात एएसपी (नक्सल) के साथ डीआइजी नैयर हसनैन खान ने सोमवार बैठक की. डीआइजी ने कहा कि मगध प्रमंडल के सभी जिलों में एएसपी (नक्सल) को उग्रवादियों से मुकाबले के लिए तैनात किया गया है. हाल के वर्षो में सफलता भी मिली है.
उनके काम को देखते हुए जिम्मेवारी बढ़ायी जा रही है. डीआइजी ने कहा कि अब उनकी भूमिका नक्सलियों के साथ अपराधियों को पकड़ने में भी होगी. डीआइजी ने कहा कि किसी नक्सली के पकड़े जाने पर गया, औरंगाबाद, नवादा, जहानाबाद व अरवल के एएसपी (नक्सल) संयुक्त रूप से पूछताछ करेंगे. साथ ही इनपुट के आधार पर अपने-अपने जिले में कार्रवाई करें. डीआइजी ने सभी एएसपी (नक्सल) को निर्देश दिया कि स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को नक्सलियों के साथ अपराधियों को भी लगायें. साथ ही पुलिस अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर छापेमारी करें. उन्होंने कहा कि वह हर महीने समीक्षा करेंगे.
इधर, डीआइजी ने बताया कि मगध रेंज के पांचों जिलों में बार्डर सिक्यूरिटी फोर्स (बीएसएफ) के डिप्टी कमांडेट रैंक के अधिकारियों को नक्सल मूवमेंट पर रोकथाम के लिए लगाया गया था. इनके बेहतर काम को देखते हुए जिम्मेवारी बढ़ा दी गयी है. इस में गया के एएसपी (नक्सल) शंभु प्रसाद, औरंगाबाद के एएसपी (नक्सल) राजेश भारती, नवादा के एएसपी (नक्सल) रवि भूषण, जहानाबाद के एएसपी (नक्सल) राजीव कुमार व एएसपी (नक्सल) मोहम्मद शाजिद उपस्थित थे.